Champions Trophy 2025 के लिए टीम इंडिया के स्कॉएड का ऐलान होने के साथ ही टूर्नामेंट में टीम इंडिया की ताकत और कमज़ोरी की भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं. उम्मीद के मुताबिक टीम में बल्लेबाज़ी को एक बार फिर असली ताकत माना जा सकता है. वहीं फिटनेस कारणों के बावजूद फिलहाल जसप्रीत बुमराह को सेलेक्टर्स ने स्कॉएड में शामिल रखा है. लेकिन देखा जाए तो सेलेक्शन में कप्तान रोहित शर्मा और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के 3 चौंकाने वाले फैसले टीम इंडिया को मुश्किल में डाल सकते हैं.
क्योंकि सेलेक्शन के पैमाने पर इन 3 खिलाड़ियों का चयन सिर्फ उम्मीद भरोसे किया गया है. जो अगर नतीजे में बदलता तो यकीनन फायदे का सौदा साबित होगा, लेकिन अगर फ्लॉप रहा तो सीधे-सीधे निशाने पर रोहित और अगरकर ही आएंगे.
💬 💬 "This squad has a lot of depth."
— BCCI (@BCCI) January 18, 2025
Captain Rohit Sharma on #TeamIndia's squad for #ChampionsTrophy 2025.@ImRo45 pic.twitter.com/sYMBWNpchR
पहला विवादित फैसला– संजू की जगह यशस्वी क्यों?
चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में सेलेक्टर्स ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर शानदार फॉर्म में रहे यशस्वी जायसवाल को स्कॉएड का हिस्सा बनाया है. यशस्वी की काबिलियत पर तो शक नहीं किया जा सकता लेकिन परेशानी यहां ये है कि यशस्वी को मौका देने के लिए सेलेक्टर्स ने संजू सैमसन को स्कॉएड में जगह नहीं दी है. एक तरफ यशस्वी ने अब तक वन-डे फॉर्मेट में डेब्यू तक नहीं किया है, तो वहीं संजू टीम इंडिया में विकेटकीपर का विकल्प होने के अलावा फिनिशर और बैकअप ओपनर दोनों के विकल्प
हो सकते थे. साउथ अफ्रीका के खिलाफ पिछली T20 सीरीज़ में संजू के बनाए 2-2 शतक उनकी दावेदारी को पुख्ता कर रहे थे. लेकिन सेलेक्टर्स ने यशस्वी को मौका देना ज़रूरी समझा जिनका प्लेइंग-11 में खेलना तय भी नहीं माना जा सकता.
दूसरा विवादित फैसला- पंत को मौका कितना जायज़ ?
टीम सेलेक्शन में एक और चौंकाने वाले फैसले की बात करें तो बतौर स्पेशलिस्ट विकेटकीपर ऋषभ पंत को मौका दिया जाना भी कप्तान रोहित शर्मा का जोखिम वाला फैसला माना जा सकता है. दिसंबर 2022 में हुए सड़क हादसे के बाद पंत लंबे अरसे तक क्रिकेट से दूर रहे थे, हालांकि उनकी इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी ज़ोरदार रही है लेकिन वन-डे फॉर्मेट के नज़रिए से देखें तो पंत ने नंवबर 2022 के बाद से सिर्फ 1 वन-डे मैच खेला है. इसके अलावा पंत की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए भी कहा जा सकता है कि प्लेइंग-11 में ही उनसे बेहतर विकेटकीपर के विकल्प केएल राहुल या संजू सैमसन हो सकते थे.
तीसरा विवादित फैसला- सिराज से बेहतर अर्शदीप कैसे ?
मोहम्मद सिराज का चैंपियंस ट्रॉफी के स्कॉएड से पत्ता कटना भी क्रिकेट फैंस की समझ से परे का फैसला लग रहा है. यहां भी रोहित और अगरकर ने सिराज की जगह कम अनुभवी अर्शदीप सिंह को टीम में मौका दिया है. जबकि वन-डे क्रिकेट में 2022 के बाद से सिराज तीसरे सबसे सफल गेंदबाज़ हैं, 2022 से सिराज अब तक 71 वन-डे विकेट चटका चुके हैं जो कि भारत की तरफ से भी सबसे ज्यादा विकेट हैं. वहीं अर्शदीप सिंह ने अब तक वन-डे फॉर्मेट में कुल 8 मैच खेले हैं जिसमें उनके 12 विकेट हैं.
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