---Advertisement---

 
क्रिकेट

961 दिन का इंतजार कब होगा खत्म? अभिमन्यु ईश्वरन के पिता का फूटा गुस्सा, बोले ‘मेरा बेटा डिप्रेशन…’

अभिमन्यु ईश्वरन ने साल 2021 में टीम इंडिया के स्क्वाड में एंट्री मिली थी लेकिन अभी तक उनको प्लेइंग 11 में खेलने का मौका नहीं मिल पाया है. अब इसको लेकर उनके पिता ने भी चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने इसे लेकर क्या कुछ कहा है आइए आपको भी बताते हैं.

Abhimanyu Easwaran
Abhimanyu Easwaran

IND vs ENG: भारतीय टीम ने 5वें टेस्ट के लिए प्लेइंग 11 में 4 बड़े बदलाव किए हैं. एक बार फिर से सीरीज में शामिल टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया. इस दौरे से पहले ईश्वरन ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय स्क्वाड का हिस्सा थे लेकिन उसमें भी उनको खेलने का मौका नहीं मिल पाया था. साल 2021 में उन्हें पहली बार भारतीय स्क्वाड में जगह मिली थी लेकिन आजतक वो डेब्यू नहीं कर पाए. उनके टीम में रहते हुए कई नए खिलाड़ी आए टीम के लिए खेलकर बाहर भी हो गए लेकिन ईश्वरन आज भी अपने डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में हर किसी के मन में ये सवाल खड़ा होना लाजमी है कि कब उनका 961 दिन का इंतजार कब होगा खत्म? अब इस मामले में उनके पिता ने भी चुप्पी तोड़ी है और बड़े सवाल खड़े किए हैं. 

‘मैं अभी भी साल गिन रहा हूं…’

टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ हुई बातचीत में उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए भड़ास निकाली है. उन्होंने साफ किया, “मैं ये नहीं गिन रहा हूं कि अभिमन्यु को कितने दिनों से खेलने का इंतजार है. मैं तो साल गिन रहा हूं.. अब इसे 3 साल हो चुके हैं. एक खिलाड़ी का क्या काम होता है, रन बनाना. उसने वो काम किया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर इंडिया ए की तरफ से रन नहीं बनाए जो कि ठीक भी है.” 

करुण नायर के सिलेक्शन पर खड़े हुए सवाल

आगे वो कहते हैं, “बॉर्डर गावस्कर सीरीज के दौरान करुण नार टीम में नहीं थे. करुण नायर को दलीप ट्रॉफी और ईरानी कप मौका नहीं मिला. पिछले साल से लेकर इस साल अभी तक ईश्वरन ने 864 रन बनाए हैं. तो फिर उन्होंने कैसे कंपेयर किया है? मुझे समझ नहीं आ रहा है. उन्होंने 800 से ज्यादा रन बनाए हैं और ठीक भी है इसलिए उनको टीम में शामिल किया गया.”

---Advertisement---

‘मेरा बेटा डिप्रेशन में लगने लगा है’

अभिमन्यु ईश्वरन की मानसिक स्थिति को लेकर वो कहते हैं, “मेरा बेटा अब तोड़ डिप्रेशन में लगता है और ऐसा होना स्वाभाविक भी है. कुछ खिलाड़ी आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं. बड़े फॉर्मेट के लिए आईपीएल के प्रदर्शन से सिलेक्शन नहीं होना चाहिए. रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी के आधार पर टेस्ट टीम का सिलेक्शन होना चाहिए.”

ये भी पढ़िए- इस भारतीय गेंदबाज की फिरकी पर ‘नाचे’ इंग्लिश बल्लेबाज, 7 विकेट लेकर मचाई सनसनी

HISTORY

Written By

Nikhil Shukla


Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.