पंत की चोट के बाद BCCI लाने वाला है बड़ा रूल, घरेलू क्रिकेट में लागू होगा ये नियम!
बीसीसीआई ने घरेलू मल्टी-डे क्रिकेट के लिए 'सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट' नियम लागू करने की योजना बना रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर ये नियम लागू होता है तो मैच के दौरान गंभीर रूप से घायल खिलाड़ी की जगह दूसरे खिलाड़ी को जगह मिल सकती है. पढ़ें पूरी खबर..

BCCI New Rule: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट के लिए एक नया नियम लागू करने वाला है, जिसे ‘सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट’ का नाम दिया जाएगा है. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक यह नियम 2025-26 घरेलू सीजन से मल्टी-डे क्रिकेट में लागू किया जाएगा. यह निर्णय हाल ही में इंग्लैंड में खेले गए एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज में खिलाड़ियों की गंभीर चोटों को देखते हुए लिया गया है.
नए नियम के तहत अगर कोई खिलाड़ी मैच के दौरान मैदान पर खेलते समय गंभीर रूप से घायल हो जाता है और आगे खेलने की स्थिति में नहीं रहता है तो टीम को रिप्लेसमेंट की अनुमति मिल सकती है. यह नियम कॉनकशन सब्स्टीट्यूट की तरह ही काम करेगा.
कैसे मिलेगा रिप्लेसमेंट की अनुमति?
बीसीसीआई के अनुसार, रिप्लेसमेंट की अनुमति तभी मिलेगी जब ऑन-फील्ड अंपायर और मैच रेफरी मिलकर तय करेंगे कि चोट सही में गंभीर है. इसके लिए टीम मैनेजर को एक निर्धारित फॉर्म पर आवेदन देना होगा, जिसमें घायल खिलाड़ी, घटना का समय और प्रस्तावित रिप्लेसमेंट का विवरण देना होगा. रिप्लेसमेंट खिलाड़ी उन्हीं नामित खिलाड़ियों में से होना चाहिए जो मैच की शुरुआत से पहले घोषित किए गए थे. हालांकि, अगर कोई विकेटकीपर गंभीर रूप से घायल हो जाए और नामित विकल्पों में कोई विकेटकीपर न हो, तो रेफरी बाहर से खिलाड़ी बुलाने की अनुमति दे सकते हैं.
इंग्लैंड दौरे पर उठी ती इस नियम की मांग
इस नियम पर क्रिकेट एक्सपर्ट्स के रिएक्शन भी आ रहे हैं. इंग्लैंड दौरे पर जब ऋषभ पंत चोटिल हुए थे तो गौतम गंभीर ने इस नियम का समर्थन करते हुए कहा कि गंभीर चोट की स्थिति में टीम को रिप्लेसमेंट मिलना चाहिए. वहीं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इसे बेतुका बताया और कहा कि यह नियम कई गलत उपयोग के रास्ते खोल सकता है. फिलहाल यह नियम केवल मल्टी-डे घरेलू क्रिकेट, जैसे कि सीके नायडू ट्रॉफी में लागू होगा. यह नियम सफेद गेंद क्रिकेट जैसे सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी में लागू नहीं होगा.