विराट कोहली की नाराजगी के बाद BCCI ले सकता है बड़ा फैसला, बदलेगा खिलाड़ियों के परिवार से जुड़ा नियम?
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की करारी हार के बाद BCCI ने ये नियम बनाया था कि 45 दिन से ज्यादा लंबे टूर पर खिलाड़ी सिर्फ 14 दिन तक ही अपने परिवार के साथ रह सकते हैं. छोटे टूर में ये सीमा सिर्फ 7 दिन की होगी.

Team India: भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने हाल ही में BCCI के उस नियम पर अपनी राय रखी थी, जिसमें खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की समयसीमा घटाकर 14 दिन कर दी गई थी. कोहली का कहना है कि वो होटल के कमरे में अकेले उदास रहने के बजाय मुश्किल और तनाव भरे दिनों में अपने परिवार के साथ रहना पसंद करेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोहली के इस बयान के बाद बीसीसीआई अब विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार से जुड़े नियमों में बदलाव करने की तैयारी में है.
क्या है BCCI का नियम?
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1-3 से भारत की करारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने ये नियम बनाया था कि 45 दिन से ज्यादा लंबे टूर पर खिलाड़ी सिर्फ 14 दिन तक ही अपने परिवार के साथ रह सकते हैं. छोटे टूर में ये सीमा सिर्फ 7 दिन की होगी. हालांकि, अब खबरें आ रही हैं कि अगर खिलाड़ी चाहें, तो वे बीसीसीआई से अपील कर सकते हैं और बोर्ड इस नियम में बदलाव पर विचार कर सकता है.
इंडिया टुडे को बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि, “खिलाड़ी अगर चाहते हैं कि उनके परिवार लंबे समय तक दौरे पर रहें तो वे अनुमति के लिए आवेदन कर सकते हैं. बीसीसीआई अपने हिसाब से फैसला लेगा.”
Virat Kohli shares his perspective on BCCI's directive limiting family presence on tours 🗣️
— CricketGully (@thecricketgully) March 16, 2025
[Via RCB Innovation lab event] pic.twitter.com/2OcHDvGjB6
‘परिवार साथ हो तो जल्दी उबरते हैं खिलाड़ी’ – कोहली
IPL 2025 सीजन की शुरुआत से पहले RCB के ‘इनोवेशन लैब’ सम्मेलन में विराट कोहली ने इस नियम पर अपने विचार व्यक्त किए थे. उन्होंने कहा, “लोगों को परिवार की अहमियत समझाना मुश्किल है. जब आप तनाव में होते हैं, तो परिवार के पास वापस आना कितना जरूरी होता है, ये वही समझ सकता है जो इसे जी रहा हो.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपने कमरे में अकेले उदास नहीं बैठना चाहता. मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहता हूं, ताकि मैं अपने खेल को सिर्फ एक जिम्मेदारी की तरह नहीं, बल्कि जिंदगी का हिस्सा मान सकूं.”
परिवार के साथ रहना क्यों जरूरी?
कोहली ने बताया कि परिवार के साथ होने से मैदान की निराशा से जल्दी उबरने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा, “जब आप बाहर की अपनी जिम्मेदारियां पूरी कर लेते हैं और घर लौटते हैं, तो सबकुछ नॉर्मल लगता है. परिवार के साथ समय बिताना मेरे लिए सबसे खुशी का पल होता है.”
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