Champions Trophy 2025: जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में Team India की कमान संभालेगा ये गेंदबाज, कप्तान रोहित से मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी!
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का पहला मैच बांग्लादेश से होना है और इस मैच से ठीक पहले बॉलिंग कोच टीम छोड़कर अपने देश लौट गए हैं. ऐसे में तेज गेंदबाजी का सारा दारोमदार टीम इंडिया के एक सीनियर गेंदबाज पर आ गया है. पढ़ें पूरी खबर..
                                आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमान अनुभवी मोहम्मद शमी के हाथों में होगी, क्योंकि जसप्रीत बुमराह इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं. अपनी घातक स्विंग और बेहतरीन यॉर्कर के लिए मशहूर शमी पर टीम इंडिया को खिताब दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी. उनकी रफ्तार और सटीक लाइन-लेंथ किसी भी बल्लेबाज को चौंकाने के लिए काफी है. अगर वह डेथ ओवरों में अपनी यॉर्कर का जलवा दिखाते हैं और नई गेंद से भी असरदार साबित होते हैं, तो भारतीय टीम को ट्रॉफी जीतने से रोकना मुश्किल हो जाएगा.
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से ठीक पहले बॉलिंग कोच मोर्नी मोर्कल टीम इंडिया को छोड़कर साउथ अफ्रीका चले गए हैं. उनके पिताजी का निधन हो गया है. वो कब तक वापस आएंगे और टीम से जुड़ेंगे, इसको लेकर अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है, ऐसे में इस टूर्नामेंट में शमी के ऊपर और ज्यादा जिम्मेदारी हो जाएगी, क्योंकि तेज गेंदबाजी में वो टीम से सबसे ज्यादा अनुभवी हैं.
In the absence of Jasprit Bumrah, senior pacer Mohammed Shami's form will be key in the Champions Trophy 2025.
— Cricket.com (@weRcricket) February 16, 2025
Predict how many wickets he will get in the tournament. 🏏 pic.twitter.com/nPCdazyEkx
वनडे वर्ल्ड कप 2023 में किया था शानदार प्रदर्शन
मोहम्मद शमी ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 में अपनी स्विंग और तेज गति से विपक्षी बल्लेबाजों के होश उड़ा दिए थे. वह पूरे टूर्नामेंट में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ बने रहे और अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. हालांकि, टीम इंडिया फाइनल मुकाबला नहीं जीत सकी, लेकिन शमी ने 7 मैचों में 24 विकेट झटककर अपनी उपयोगिता साबित की थी. उन्होंने तीन बार पांच या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा भी किया था.
टीम को बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी
अब चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारतीय टीम को उनसे उसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी. यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट शमी के लिए भी खास होगा, क्योंकि वह पहली बार इस टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे. अगर उनका जादू चल गया, तो भारत 12 साल बाद एक बार फिर से चैंपियंस ट्रॉफी जीत सकता है.
इंजरी के बाद की जोरदार वापसी
वर्ल्ड कप के बाद चोट के चलते टीम से बाहर रहे शमी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके वापसी की और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में खुद को साबित किया. इस सीरीज में उन्होंने 15.5 ओवर फेंकते हुए 6.56 की इकोनॉमी से दो विकेट हासिल किए थे. हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में प्रदर्शन का दबाव अलग होता है और बुमराह की गैरमौजूदगी में उन पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी.
टूर्नामेंट में शमी की होगी अहम भूमिका
आईसीसी के इस इवेंट में शमी के साथ अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा जैसे युवा गेंदबाज नजर आएंगे, लेकिन ये दोनों अभी बुमराह की श्रेणी के गेंदबाज नहीं हैं. ऐसे में शमी को न सिर्फ विकेट लेने होंगे, बल्कि युवा गेंदबाजों को भी गाइड करना होगा. अगर भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतनी है, तो इसमें मोहम्मद शमी की भूमिका अहम रहने वाली है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह अनुभवी तेज गेंदबाज अपनी काबिलियत के दम पर भारत को आईसीसी ट्रॉफी दिलाने में सफल होता है या नहीं.
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भारत को उनसे बड़ी उम्मीदें
शमी अपनी सटीक यॉर्कर, स्विंग और रफ्तार से डेथ ओवरों में टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. उनके पास बड़े टूर्नामेंट में खेलने का अनुभव है और वह विपरीत परिस्थितियों में भी टीम को संभालने की क्षमता रखते हैं. इस बार चैंपियंस ट्रॉफी दुबई और पाकिस्तान में खेली जा रही है, जहां पिचें स्पिनरों के लिए अनुकूल हो सकती हैं, लेकिन शमी की स्किल सेट उन्हें इन परिस्थितियों में भी खतरनाक बना सकती है.
200 वनडे विकेट पूरे करने से सिर्फ 3 कदम दूर
मोहम्मद शमी के पास चैंपियंस ट्रॉफी के पहले ही मुकाबले में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका रहेगा. वह वनडे क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करने से महज 3 विकेट दूर हैं. अब तक उन्होंने 103 वनडे मैचों में 23.96 की औसत और 5.57 की इकॉनमी से कुल 197 विकेट लिए हैं. अगर शमी बांग्लादेश के खिलाफ 20 फरवरी को तीन विकेट लेने में सफल हो जाते हैं, तो वह वनडे इतिहास में सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले संयुक्त रूप से दूसरे गेंदबाज बन जाएंगे. इस मामले में वह पाकिस्तान के सकलेन मुश्ताक (104 मैच) की बराबरी कर लेंगे. ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क (102 मैच) इस सूची में पहले स्थान पर हैं.
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