Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा लेने के लिए टीम इंडिया दुबई पहुंच गई है. इस टूर्नामेंट में भारत का पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश से होगा. हालांकि, इस बड़े टूर्नामेंट से ठीक पहले भारतीय टीम की कुछ कमजोरियां सामने आई हैं. अगर इन पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो टीम को आईसीसी टूर्नामेंट में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है और ट्रॉफी जीतने का सपना भी टूट सकता है. आइए जानते हैं वे तीन कमजोरियां, जिन पर भारतीय टीम को ध्यान देने की जरूरत है.
टीम इंडिया की कमजोरी
टीम में 5 स्पिनर
पेस अटैक में एक्सपीरियंस की कमी
विकेटकीपर आउट ऑप फॉर्म
टीम में 5 स्पिनर
चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी. इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में पांच स्पिनरों को शामिल किया गया है, जिनमें कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर का नाम शामिल है. हालांकि, दुबई की पिच तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार मानी जाती है. साल 2009 के बाद से दुबई में अब तक 58 वनडे मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें तेज गेंदबाजों ने 466 विकेट चटकाए हैं, जबकि स्पिनरों को सिर्फ 334 विकेट मिले हैं. ऐसे में यहां टीम इंडिया की स्पिन गेंदबाजी वाली रणनीति भारी पड़ सकती है.
पेस अटैक में एक्सपीरियंस की कमी
चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को सबसे ज्यादा कमी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की खलने वाली है. टीम मैनेजमेंट को उनकी इंजरी के चलते स्क्वाड में बदलाव करना पड़ा. बुमराह के बाहर होने के बाद अब मोहम्मद शमी ही एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्हें आईसीसी टूर्नामेंट का अनुभव है. ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए यह एक बड़ी मुश्किल बन सकती है.
विकेटकीपर आउट ऑफ फॉर्म
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पहले ही बता चुके हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी में विकेटकीपर के रूप में केएल राहुल उनकी पहली प्राथमिकता होंगे. लेकिन केएल राहुल इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. उन्होंने 3 मैचों में सिर्फ 17 की औसत से कुल 52 रन बनाए थे। ऐसे में केएल राहुल का मौजूदा फॉर्म टीम इंडिया की टेंशन बढ़ाने वाला है.
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