IPL सीज़न-18 में दिल्ली कैपिटल्स को अपनी बेहतरीन पारी से हारे हुए मुकाबले में जीत दिलाने वाले आशुतोष शर्मा रातों-रात स्टार बन चुके हैं. आशुतोष की 5 छक्कों और 5 चौकों की तूफानी पारी भी आईपीएल इतिहास की सबसे यादगार पारियों में शुमार हो चुकी है. इसके अलावा ये बात भी अब सब जान चुके हैं कि LSG के खिलाफ प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने से पहले ही आशुतोष ने दिल्ली टीम के मेंटोर केविन पीटरसन से एक वादा किया था. वादा था कि, ‘आउट नहीं हुआ तो जीत दिलाकर ही लौटूंगा.’ आशुतोष के इसी आत्मविश्वास की हर तरफ आज चर्चा हो रही है.

दिल्ली कैपिटल्स ने जारी किया वीडियो
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आशुतोष शर्मा में ये आत्मविश्वास कहां से आया से? तो जवाब है आशुतोष से टीम मेंटोर केविन पीटरसन की वो बातचीत जिसे अब खुद दिल्ली कैपिटल्स ने जारी किया है. दरअसल आशुतोष शर्मा को मैच से पहले केविन पीटरसन ने एक गुरूमंत्र दिया था. गुरूमंत्र में पीटरसन ने उन्हें ‘बड़ा’ नहीं, बल्कि ‘महान’ क्रिकेटर बनने की सलाह दी थी. दिल्ली कैपिटल्स ने बाकायदा ये एक्सक्लूसिव वीडियो अपने स्पेशल फैंस के लिए जारी किया है. इस वीडियो को देखने के लिए आपको दिल्ली कैपिटल्स की ऐप डाउनलोड करने की ज़रूरत होगी.
‘बड़ा नहीं, बनो महान’
जानकारी के लिए बता दें कि आशुतोष के साथ वीडियो में पीटरसन कहते हैं कि, ‘हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने के लिए ये समझने की ज़रूरत है कि उसके लिए किन सीढ़ियां पर चढ़ना सही है. टीम को जीत के करीब ले जाना बड़ा काम है लेकिन महान खिलाड़ी वो होता है जो जीत दिलाकर ही लौटता है.’ और इसी नसीहत को आशुतोष ने सीज़न के पहले ही मैच में गंभीरता के साथ अपने खेल में पिरो दिया.

DC को मिला ‘तुरुप का इक्का’
कहना गलत नहीं होगा कि पीटरसन के दिए फलसफे पर चलते हुए आशुतोष शर्मा ने भी अपने क्रिकेट करियर में नई पारी की शुरूआत कर दी है. पिछले सीज़न पंजाब किंग्स के लिए आईपीएल डेब्यू करने वाले आशुतोष को कुछ अच्छी पारियों के बावजूद मेगा ऑक्शन से पहले पंजाब ने रिलीज़ कर दिया था. जिसके बाद उन्हें मेगा ऑक्शन में दिल्ली कैपिटल्स ने 3.80 करोड़ की बोली लगातार अपनी टीम का हिस्सा बनाया. आंकड़ों की बात करें तो आशुतोष ने पिछले सीज़न पंजाब के लिए कुल 11 मैच खेले. वहीं सीज़न-18 में दिल्ली के लिए खेली उनकी पहली पारी ही मिसाल बन गई है.

DC ने हासिल की बेमिसाल जीत
लखनऊ सुपर जायंट्स ने दिल्ली कैपिटल्स को जीत के लिए 210 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसके जवाब में सिर्फ 7 ओवरों में ही दिल्ली के 5-5 विकेट महज 7 ओवर में गिर गए थे. लेकिन इसके बाद आशुतोष शर्मा ने टीम की बागडोर संभाली और सिर्फ 31 गेंदों पर 66* रन बनाकर नामुमकिन दिख रही जीत को अंजाम दे दिया.