---Advertisement---

 
क्रिकेट

पाकिस्तानी क्रिकेटरों के एजेंट पर ECB का सख्त एक्शन, भ्रष्टाचार के शक में रजिस्ट्रेशन रद्द

पीसीबी से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त 25 में से 20 क्रिकेटर्स का इंग्लैंड में काउंटी, लीग या क्लब क्रिकेट खेलना मुश्किल हो सकता है. दरअसल ईसीबी ने भ्रष्टाचार के आरोपों में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के एजेंट पर बड़ा एक्शन लिया है. इन कॉन्ट्रैक्टिड क्रिकेटर्स में नसीम शाह और शादाब खान भी शामिल हैं. पढ़ें पूरी खबर...

PAK

साल 2010 में हुए पाकिस्तान टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान वर्ल्ड क्रिकेट सकते में आ गया था. वजह थी पाकिस्तान टीम के कप्तान रहे सलमान बट्ट समेत 3-3 बड़े क्रिकेटर्स मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर का नाम मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर मामले में सामने आना. इसी के बाद तीनों क्रिकेटर्स को लंबे वक्त तक बैन के चलते क्रिकेट से दूर भी रहना पड़ा था. पाक क्रिकेट की जड़े हिला देने वाले इस विवाद के करीब 15 साल बाद, फिर से इंग्लैंड में ही पाकिस्तान के क्रिकेटर्स को लेकर बड़ा एक्शन लिया गया है.

पाक क्रिकेटर्स के एजेंट पर एक्शन

दरअसल इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों और कई बड़े क्रिकेट अधिकारियों के एजेंट की रजिस्ट्रेशन को खत्म कर दिया है. ईसीबी की ये कार्रवाई एंटी-करप्शन नियमों के चार उल्लंघनों के कारण की गई है. खास बात ये है कि पाकिस्तानी क्रिकेटर्स का काम देखने वाली जिस एजेंसी पर यह कार्रवाई हुई है वो पाकिस्तान के 80% से ज्यादा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रखने वाले और कई पूर्व क्रिकेटर्स का काम देखती है.

कौन है विवादों में घिरी एजेंसी?

यहां जानने वाली बात ये भी है कि जिस एजेंसी की रजिस्ट्रेशन को ईसीबी द्वारा रद्द किया गया है, उसका नाम इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (ICA) है. इस एजेंसी को मुगीस अहमद शेख नाम के पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति चलाते हैं. शेख खुद भी ईसीबी से मान्यता प्राप्त प्लेयर एजेंट हैं. लेकिन मौजूदा रिपोर्ट के मुताबिक ईसीबी की एंटी-करप्शन ट्रिब्यूनल द्वारा जांच और सुनवाई के बाद उन्हें नियमों के चार उल्लंघनों का दोषी पाया गया है. अगर ये निलंबन स्थायी रहता है तो आईसीए से जुड़े क्रिकेटर्स को इंग्लैंड में काउंटी से लेकर किसी भी तरह की क्लब क्रिकेट खेलने में परेशानी आ सकती है.

---Advertisement---

एजेंसी से जुड़े पाक के प्रमुख खिलाड़ी

पिछले साल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने देश के 25 टॉप क्रिकेटर्स को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सौंपे थे. इन 25 क्रिकेटर्स में से 20 क्रिकेटर्स अकेले आईसीए यानी मुगीस अहमद शेख से जुड़े हुए हैं. इन कॉन्ट्रैक्टिड खिलाड़ियों की फेहरिस्त में टीम के स्टार खिलाड़ी आमेर जमाल, मोहम्मद हसनैन, नसीम शाह, नौमान अली, शादाब खान, साहिबजादा फरहान, सईम अय्यूब, अब्दुल्ला शफीक, साजिद खान, मो. वसीम जूनियर, अराफात मिन्हास, हसीबुल्लाह, जहानदाद खान, कामरान गुलाम, खुर्रम शाहज़ाद, मोहम्मद अली, सुफियान मक़ीम और तैयब ताहिर जैसे नाम शामिल हैं. इसके अलावा पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर्स में आकिब जावेद, मोहम्मद हफीज, वहाब रियाज, अब्दुल रज्जाक, कामरान अकमल, सोहेल तनवीर, उमर गुल, सईद अजमल और मिस्बाह-उल-हक भी इसी एजेंसी के तहत आते हैं.

PCB और एजेंट्स की भूमिका पर सवाल

पीसीबी ने पहले भी क्रिकेट में खिलाड़ियों के एजेंट्स के बढ़ते प्रभाव को कम करने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट में ये बात पूरी तरह से अमल में लाना काफी मुश्किल काम दिखता है. हालांकि इस मामले पर अब तक आईसीए
की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन ईसीबी का यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट में एक बार फिर हलचल पैदा कर गया है. बातें ऐसी भी शुरू हो चुकी हैं कि ईसीबी की तरह अन्य क्रिकेट बोर्ड्स भी इस मामले में सख्त रुख अपना सकते हैं.
वैसे देखना यही है कि मौजूदा स्थिति में यह फैसला स्थायी रहता है फिर आईसीए को अपनी सफाई देने का भी मौका मिलेगा?

ये भी पढ़ें:- अब बदलेगी नेपाल क्रिकेट की किस्मत? ऑस्ट्रेलिया से बुलाया नया कोच, कोचिंग में हैं शानदार रिकॉर्ड

HISTORY

Written By

Rishabh Sharma


Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.