ENG vs IND: बेन स्टोक्स को लगा गेम हमारे हाथ में है, लेकिन तभी भारतीय खिलाड़ियों ने पलट दिया मैच
ENG vs IND: मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ होने के बाद इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने खुलासा किया कि एक समय पर उन्हें लगा था कि वो मैच जीत लेंगे, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य के साथ खेल को आगे बढ़ाया और मैच को ड्रॉ तक लेकर गए. पढ़ें पूरी खबर..
ENG vs IND: मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मुकाबला ड्रॉ हो गया. मैच के आखिरी दिन केएल राहुल (87) और कप्तान गिल 78 रन से आगे खेलना शुरु किया. इसके कुछ ही देर बाद 90 रनों के स्कोर पर केएल राहुल आउट हो गए. बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने बताया कि आखिरी दिन जब उनकी टीम को केएल राहुल का विकेट मिला, तब उन्हें लगा कि मैच उनकी पकड़ में आ गया है. उस समय टीम इंडिया करीब 140 रन पीछे थी और तीसरा विकेट गिर चुका था. साथ ही ऋषभ पंत की चोट के चलते उनका खेलना कंफर्म नहीं था, जिससे भारत एक बल्लेबाज कम हो गया था. ऐसे में इंग्लिश टीम का जोश बढ़ गया था.
राहुल के आउट होने के बाद जगी थी उम्मीद
स्टोक्स ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘पांचवें दिन की सुबह राहुल का विकेट जल्दी मिलना हमारे लिए एक टर्निंग पॉइंट लगा. टीम में नई ऊर्जा आ गई थी. लेकिन हमें पहले से ही पता था कि अगर भारतीय बल्लेबाज क्रीज पर टिक गए तो उन्हें आउट करना आसान नहीं होगा और आखिर में वही हुआ.’
जडेजा-सुंदर ने पलट दी बाजी
केएल राहुल के आउट होने के बाद शुभमन गिल भी ज्यादा देर नहीं टिके, लेकिन रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने डटकर बल्लेबाजी की. दोनों ने पूरे दो सेशन बिना विकेट गंवाए निकाल दिए और भारत को हार से बचा लिया. स्टोक्स ने माना कि पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो चुकी थी, लेकिन फिर भी दबाव में टिके रहना भारतीय बल्लेबाजों की काबिलियत को दिखाता है.
दबाव से निकलने में सफल रहे भारतीय खिलाड़ी
स्टोक्स ने कहा, ‘पांचवें दिन जब आप गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो हर ओवर के साथ रणनीति बदलती है. आपको नई फील्ड लगानी होती है, अलग एप्रोच अपनाना होता है और बल्लेबाजों को असहज करने की हर मुमकिन कोशिश करनी होती है. हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन भारतीय खिलाड़ी हर बार उस दबाव से बाहर निकलने में सफल रहे.’