भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को लेकर रोमांच अपने चरम पर है. इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम को स्विंग और सीम मूवमेंट वाली गेंदों से चुनौती मिलनी तय है, खासकर जब वहां का मौसम गेंदबाजों के लिए मददगार हो. हरी पिच बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें और बढ़ा सकती हैं. लेकिन इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना है कि इंग्लैंड इस बार घरेलू हालात का लाभ उठाने से बचेगा.
स्विंग से निपटने की होगी चुनौती
पनेसर ने कहा कि यह सीरीज बेहद दिलचस्प होने वाली है और भारत की कामयाबी इस बात पर निर्भर करेगी कि वे स्विंगिंग गेंदों के खिलाफ कैसी रणनीति अपनाते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भारतीय बल्लेबाज अटैकिंग माइंडसेट रखेंगे या रक्षात्मक खेल दिखाएंगे. पनेसर ने यह भी जोड़ा कि इस बार इंग्लैंड में गर्मी ज्यादा रहने की संभावना है, जिससे पिचें अपेक्षाकृत सपाट रह सकती हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों को रास आएंगी.
बैजबॉल के लिए नहीं होगी सीमिंग पिच
पनेसर ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इंग्लैंड घरेलू फायदे के इरादे से हरी और सीमिंग पिच तैयार करेगा क्योंकि बैजबॉल शैली उन पिचों पर काम नहीं करेगी. ईसीबी भी चाहता है कि टेस्ट मैच पांचवें दिन तक पहुंचे ताकि दर्शकों को रोमांच मिले और सीरीज की लोकप्रियता बनी रहे.” उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी बोर्ड तीन दिन में खत्म होने वाले टेस्ट नहीं चाहेगा, खासकर जब सीरीज़ पांच मैचों की हो.
इंग्लैंड की बॉलिंग थोड़ी कमजोर
पनेसर ने इंग्लैंड की गेंदबाज़ी को लेकर भी बात की और कहा कि जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण उतना खतरनाक नहीं लगता. हालांकि, आर्चर के दूसरे टेस्ट तक फिट होने की उम्मीद जताई गई है. ऐसे में भारत के पास अच्छी बल्लेबाजी के दम पर शुरुआती बढ़त हासिल करने का सुनहरा मौका होगा. 2007 के बाद से भारत ने इंग्लैंड में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. इस बार टीम एक नई शुरुआत करने जा रही है. रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के बाद शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया एक नए युग में कदम रखेगी.
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