ENG vs IND: पटौदी ट्रॉफी अब कहलाएगी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी, सामनें आई तस्वीरें, जानिए क्या है खासियत?
ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की ट्रॉफी से पर्दा हटा दिया गया है. इस ट्रॉफी को अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से जाना जाएगा.

ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नाम पटौदी ट्रॉफी से बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी कर दिया गया है. 19 जून को अनावरण किया गया. पिछले 17 साल से चली आ रही पटौदी ट्रॉफी अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से पहचानी जाएगी. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने खुद यह जानकारी शेयर की है. इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि पटौदी की विरासत को किसी भी तरह की हानि नहीं पहुंचेगी, क्योंकि सीरीज जीतने वाली टीम के कप्तान को पटौदी मेडल दिया जाएगा.
ट्रॉफी में सचिन और एंडरसन की झलक
ट्रॉफी के अनावरण समारोह में दोनों ही दिग्गज खिलाड़ी जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर भी मौजूद थे, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. नई ट्रॉफी पर इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की तस्वीरें उकेरी गई हैं. ट्रॉफी में तेंदुलकर के प्रतिष्ठित कवर ड्राइव और एंडरसन के सिग्नेचर बॉलिंग एक्शन की छवि के साथ-साथ दोनों महान क्रिकेटरों के साइन हैं.
Two cricketing icons. One special recognition 🤝
— BCCI (@BCCI) June 19, 2025
The legendary Sachin Tendulkar and James Anderson pose alongside the new 𝘼𝙣𝙙𝙚𝙧𝙨𝙤𝙣-𝙏𝙚𝙣𝙙𝙪𝙡𝙠𝙖𝙧 𝙏𝙧𝙤𝙥𝙝𝙮 🏆#TeamIndia | #ENGvIND | @sachin_rt | @jimmy9 pic.twitter.com/4lDCFTud21
पटौदी की विरासत जुड़ी रहेगी
अब इस नई ट्रॉफी के तहत जो भी कप्तान इसे जीते उसे ‘पटौदी मेडल’ दिया जाएगा. यह फैसला सीरीज के साथ पटौदी के नाम को बनाए रखने के लिया गया है. ये फैसला सचिन तेंदुलकर के बीसीसीआई के पूर्व सचिव और मौजूदा आईसीसी चेयरमैन जय शाह के साथ-साथ ईसीबी के अधिकारियों के साथ कई चर्चाओं के बाद लिया गया.
जेम्स एंडरसन ने क्या कहा?
ट्रॉफी अनावरण के मौके पर जेम्स एंडरसन ने कहा ‘यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत गर्व का क्षण है. भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज हमेशा से रोमांचक रही है. मैं इस गर्मी में इंग्लैंड टीम का प्रदर्शन देखने के लिए उत्सुक हूं.
सचिन तेंदुलकर ने क्या कहा?
सचिन तेंदुलकर ने इस ट्रॉफी के महत्व को बताते हुए कहा टेस्ट क्रिकेट मेरे जीवन का अहम हिस्सा है, जहां आप अपने धैर्य और कौशल की परीक्षा देते हैं. भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट को ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. यह ट्रॉफी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी.’
BCCI-ECB की संयुक्त पहल पर बदला गया नाम
ट्रॉफी के अनावरण के बाद दोनों क्रिकेट बोर्डों के एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के बीच एक संयुक्त पहल है, जो अब इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली सभी भविष्य की टेस्ट सीरीज का प्रतिनिधित्व करेगी. इससे पहले इंग्लैंड में सीरीज पटौदी ट्रॉफी के लिए और भारत में एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के लिए खेली जाती थी.’
क्या है पटौदी ट्रॉफी का इतिहास, जो अब कहलाएगी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ?
इस ट्रॉफी का इतिहास 17 साल पुराना है. पटौदी ट्रॉफी की शुरुआत 2007 में हुई थी. पटौदी सीनियर इंग्लैंड और भारत के लिए क्रिकेट खेले थे. वो भारत के सफल कप्तानों में शुमार हैं. 2007 से शुरू हुई पटौदी ट्रॉफी में भारत ने इंग्लैंड को 1-0 से हराया था. फिर साल 2011 2014 और 2018 में खेली गई सीरीज को इंग्लैंड ने जीता. 2021 की यह सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी. उस साल सीरीज का 1 मैच कोरोना के कारण बाद में खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड की जीत हुई थी.
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