पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान की जेल में हुई हत्या! बहनों को मिलने से रोका, समर्थकों का प्रदर्शन जारी
Pakistan Former PM Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जेल में हत्या की खबर लगातार सामने आ रही है. उनका परिवार और समर्थक लगातार जेल के बाहर उनसे मिलने के लिए धरना दे रहे हैं लेकिन उन्हें बीते 21 दिनों से मिलने नहीं दिया जा रहा है. क्या है पूरे मामले की सच्चाई?
Pakistan Former PM Imran Khan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जेल में ही हत्या को लेकर लगातार खबरें सामने आ रही है. इस खबर के सामने आते ही पाकिस्तान में माहौल बिगड़ चुका है. इस खबर को जोर इसलिए भी मिल रहा है क्योंकि इमरान के परिवार को उनसे मिलने भी नहीं दिया जा रहा है. पाकिस्तान की सेना और सरकार पर लगातार आरोप लग रहा है कि जेल में इमरान के साथ टॉर्चर होता था. गिरफ्तारी के बाद से उन्हें रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद किया गया है. सामने आ रही जानकारी के अनुसार इमरान की तीनों बहने उनसे मिलने की कोशिश कर रही हैं लेकिन पिछले 21 दिनों से उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है.
🚨#BreakingNews:
A credible source from Pakistan has confirmed to Afghanistan Times that PTI Chairman Imran Khan has allegedly been mysteriously killed, and his body has been moved out of the prison.#PTI #AfghanistanAndPakistan pic.twitter.com/FpJSrksXHA---Advertisement---— Afghanistan Times (@TimesAFg1) November 26, 2025
अफगानिस्तान मीडिया ने किया दावा
इमरान खान की हत्या की खबर अफ़गानिस्तान मीडिया की तरफ से सामने आई है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनकी जेल में ही हत्या की गई है, जिसके बाद से ही पूरे पाकिस्तान में तनाव के हालात बने हुए हैं. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक जेल के बाहर लगातार प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इसके कई वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं.
मिलने की मांग कर रहा परिवार और समर्थक
इमरान खान के समर्थक और परिवार सरकार से लगातार उनसे मिलकर मिलने की मांग कर रहे हैं. उनकी तरफ से कहा जा रहा है कि अगर इमरान सुरक्षित हैं तो उनको मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है. उनकी तीनों बहने अलीमा खान, डॉ. उजमा और नोरीन नियाजी भी धरने में शामिल हैं. पाकिस्तान के मंत्री फवाद खान ने इस मामले में भारतीय मीडिया से बात करते हुए इस खबर को गलत बताया है. समर्थकों को काबू में करने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.