पाकिस्तान क्रिकेट पर बरसे पूर्व कोच गैरी कर्सटन, बोले केवल इन शर्तों पर ही हो सकती है वापसी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कोच ने एक बार फिर से PCB में होने वाली राजनीति पर बोला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो पाकिस्तान टीम को दोबारा कोच कर सकते हैं लेकिन इसके लिए उनकी कुछ शर्तें रहेंगी. आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कहा है.

पाकिस्तान क्रिकेट इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रहा है. बीते कुछ समय से टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और इसकी गाज अब टीम के सीनियर खिलाड़ियों पर गिरती हुई नजर भी आ रही है. ये बात तो जग जाहिर है कि पाकिस्तान क्रिकेट की इस खस्ता हालत का जिम्मेदार खुद पाक क्रिकेट बोर्ड ही है. क्रिकेट में पॉलिटिक्स इस कदर घुसा हुआ है कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का टीम में रह पाना मुश्किल होता है. इस बात को टीम के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन भी कह चुके हैं. उन्होंने अपना 2 साल का कार्यकाल परेशान होकर केवल 6 महीने में ही छोड़ दिया था. अब एक बार फिर से उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बड़ी बातें कही हैं और कुछ शर्तों के साथ दोबारा टीम के हेड कोच बनने को तैयार हैं.
Gary Kirsten: “I love the Pakistani players, they’re great guys. I had a very short time with the players and I feel for them. The pressure of performance is massive and they feel it when they lose.”#sportsbreeze pic.twitter.com/3jNrnEoazN
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‘गलत हाथों में है पाकिस्तान क्रिकेट’
विस्डेन क्रिकेट से बात करते हुए कर्स्टन कहते हैं, “मुझे कुछ महीने ही हुए थे. इस चीज को मैं काफी जल्दी समझ गया था कि ऐसे मैं ज्यादा असर नहीं डाल पाऊंगा. एक बार जब मुझे चयन से हटा दिया गया और एक टीम चुनने के लिए कहा गया और मैं टीम को आकार नहीं दे पाया, तो कोच के तौर पर समूह पर किसी भी तरह का सकारात्मक प्रभाव डालना बहुत मुश्किल हो गया.”
Gary Kirsten "If I got invited back to Pakistan tomorrow, I would go, but I would want to go for the players, and I would want to go under the right circumstances,Cricket teams need to be run by cricket people I’m too old now to be dealing with other agendas" ( Wisden Cricket) pic.twitter.com/LD59sJvSz4
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पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी को लेकर वो कहते हैं कि, “अगर मुझे पाकिस्तान दोबारा जाने का मौका मिलेगा तो मैं खिलाड़ियों के लिए जरूर जाऊंगा लेकिन उसके लिए मेरी भी कुछ शर्तें होंगी. क्रिकेट की टीम क्रिकेट के लोगों को ही चलानी चाहिए. जब ऐसा नहीं हो पाता है और बाहर से आवाजें आती हैं तो किसी भी लीडर के लिए काफी मुश्किल हो जाता है.”
‘एजेंडा से डील नहीं कर सकता मैं’
पाकिस्तान क्रिकेट में चलने वाले एजेंडे को लेकर वो कहते हैं, “अब मेरी उम्र हो चुकी है और मैं किसी तरह के एजेंडा के साथ डील नहीं करना चाहता हूं. मैं एक क्रिकेट टीम को कोच करना चाहता हूं और खिलाड़ियों के साथ काम करना चाहता हूं. मुझे पाकिस्तानी खिलाड़ी काफी पसंद हैं. मैंने उनके साथ काफी कम समय बिताया और मुझे उनके लिए काफी बुरा लगता है. उनके ऊपर किसी भी टीम की तुलना में काफी ज्यादा प्रेशर होता है.”
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