गौतम गंभीर की हेड कोच वाली नौकरी पर हरभजन सिंह का तीखा कटाक्ष, क्या टीम इंडिया को है नए कोच की ज़रूरत?
गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया व्हाइट बॉल में तो शानदार प्रदर्शन कर रही है लेकिन रेड बॉल में टीम का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा है. इसे लेकर हरभजन सिंह ने बड़ा सवाल खड़ा किया है और बदलाव की सलाह तक दे डाली है. आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा है.

साल 2024 में टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 विश्व कप अपने नाम किया था. इसके बाद भारतीय मैनेजमेंट में बदलाव का दौर शुरू हुआ. राहुल द्रविड़ का बतौर हेड कोच कार्यकाल खत्म हुआ और गौतम गंभीर को ये अहम जिम्मेदारी मिली. गंभीर के नेतृत्व में एक तरफ टीम इंडिया ने वनडे और टी20 में धमाकेदार प्रदर्शन किया तो वहीं टेस्ट में हालात खराब ही होते चले गए. इसके चलते गंभीर के ऊपर भी लगातार तीखे सवाल खड़े हो रहे हैं.
𝗛𝗲𝗮𝗱 𝗖𝗼𝗮𝗰𝗵 𝗚𝗮𝘂𝘁𝗮𝗺 𝗚𝗮𝗺𝗯𝗵𝗶𝗿 𝗧𝗮𝗸𝗲𝘀 𝗖𝗵𝗮𝗿𝗴𝗲! 💪#TeamIndia | #SLvIND | @GautamGambhir pic.twitter.com/sbG7VLfXGc
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टी20 में टीम इंडिया ने गंभीर के कोच बनने के बाद एक भी सीरीज नहीं गंवाई है तो वहीं वनडे फॉर्मेट में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया. इसके दूसरी तरफ टेस्ट में प्रदर्शन निराशाजनक रहा. पिछले 13 टेस्ट मैचों में टीम केवल 4 में ही जीत हासिल कर पाई है और इसमें से 2 जीत तो बांग्लादेश के खिलाफ मिली थी. अब टीम इंडिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने भी इस मामले पर बड़ा बयान दिया है और बदलाव का सुझाव दिया है. उन्होंने इसे लेकर क्या कुछ कहा है आइए आपको भी बताते हैं.
क्या अलग फॉर्मेट में अलग कोच होना चाहिए?
क्रिकेट में टीम इंडिया के इतिहास को उठाकर देखें तो कभी भी 2 कोच नहीं रखे गए हैं. टीम के लिए हमेशा से ही एक कोच नियुक्त किया जाता है और वो ही तीनों फॉर्मेट में टीम की जिम्मेदारी संभालता है लेकिन अब हरभजन सिंह ने इसके इतर सुझाव रखा है. इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने इसे लेकर कहा, “अगर आपको पास हर फॉर्मेट में अलग टीम है तो कोच भी अलग-अलग हो सकते हैं. अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो ये एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. इससे कोच का काम सीमित होगा और उनका बोझ भी कम हो पाएगा. ये कोई बुरा विकल्प नहीं है.”
Harbhajan Singh 🗣️ “I feel. (split coaching )it can be implemented, there is nothing wrong in it. You have different teams and different players for formats. If we can do it, it’s a good option. It will reduce the workload for everyone, including the coaches. So if it can happen,… pic.twitter.com/4HEkXgNUvV
— Vipin Tiwari (@Vipintiwari952) July 20, 2025
‘…तैयारी के लिए समय चाहिए होता है’
उन्होंने आगे इस मामले पर कहा, “हर एक कोच किसी भी सीरीज की तैयारी के लिए समय चाहिए होता है. अगर आप अलग-अलग कोच को फॉर्मूले को अपनाते हैं तो कोच तैयारी पूरी कर सकता है. यही बात लिमिटेड ओवर क्रिकेट के लिए भी लागू होती है.”
टीम इंडिया को इसे लेकर कई सुझाव मिल रहे हैं. इस बात का फैसला इंग्लैंड में खेली जा रही सीरीज के फैसले पर भी निर्भर करेगी. अगर टीम इंडिया इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर पाती है तो शायद इस तरह के बयानों पर विचार बंद हो जाएगा लेकिन हार मैनेजमेंट को सोचने पर मजबूर जरूर करेगी.