IND vs SA: ऋषभ पंत की कप्तानी में कलंकित होगी टीम इंडिया! भारतीय टेस्ट इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ ऐसा
IND vs SA: गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया के ऊपर एक बड़ी हार का खतरा मंडरा रहा है. अगर टीम इंडिया के बल्लेबाज मैच के आखिरी दिन ज्यादा समय तक टिक कर बल्लेबाजी नहीं कर पाते हैं तो पंत की कप्तानी पर कलंक लग सकता है. इससे पहले टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था.
IND vs SA: साउथ अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया का शर्मनाक प्रदर्शन लगातार जारी है. इस मैच में टीम इंडिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक केवल 1 सेशन में ही जीत हासिल की है, बाकी सभी या तो साउथ अफ्रीका ने जीते हैं या ड्रॉ रहे हैं. टीम इंडिया को अगर गुवाहाटी टेस्ट बचाना है तो मैच के आखिरी दिन बल्लेबाजी करनी होगी. इसके लिए टीम इंडिया के पास 8 विकेट बचे हुए हैं. भारत में चौथी पारी की बात करें तो आज से पहले कभी भी 500 से ज्यादा रनों का आंकड़ा चेज नहीं हो पाया है. यहां तक कि टीम इंडिया ने केवल एक बार ही भारत में 300 से ज्यादा का रन चेज किया है.
टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी हार
टीम इंडिया गुवाहाटी टेस्ट में अपने टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी हार की तरफ बढ़ती हुई नजर आ रही है. कोई चमत्कार ही टीम इंडिया को इससे बचा सकता है. ऑस्ट्रेलिया के हाथों टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी हार मिली थी. साल 2004 में टीम को 342 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. उस समय ऑस्ट्रेलिया की तरफ से टीम इंडिया को 543 रनों का लक्ष्य मिला था.
इस मैच में भी साउथ अफ्रीका के भारत के सामने 549 रनों का लक्ष्य रखा है. टीम इंडिया को अगर सबसे बड़ी हार से बचना है तो पहली पारी से ज्यादा रन बनाने होंगे. अगर टीम के बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाते हैं तो ऋषभ पंत की कप्तानी पर कलंक लग जाएगा.
क्लीन स्वीप की कगार पर खड़ी टीम
टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में लंबे समय के बाद अपनी सरजमीं पर क्लीन स्वीप का मुंह देखा था. इसके बाद अब दोबारा वही नौबत आ चुकी है. 2 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला कोलकाता में खेला गया था, जिसमें टीम को 30 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. गुवाहाटी में टीम इंडिया को अगर मैच बचाना है तो बल्लेबाजों को खास प्रदर्शन करना होगा. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक टीम के लिए कुलदीप यादव और साईं सुदर्शन की जोड़ी क्रीज पर बनी हुई है.