IND W vs ENG W: लॉर्ड्स में ‘बेईमानी’ करके जीता इंग्लैंड? अंपायर ने भी नहीं सुनी टीम इंडिया की अपील, जानिए पूरा मामला
IND W vs ENG W: लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे वनडे मैच के दौरान इंग्लैंड की ओपनर टैमी ब्यूमोंट ने ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड की. जिसपर भारतीय खिलाड़ियों ने अपील भी की, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया.

IND W vs ENG W: भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मैच शुक्रवार को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला गया. बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 8 विकेट से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली. हालांकि, अब इंग्लैंड की इस जीत सवाल खड़े हो रहे हैं और टीम इंडिया के साथ बेईमानी की बात सामने आ रही हैं.
दरअसल, मैच के दौरान मैदान पर एक ऐसी घटना घटी, जिसपर बवाल मच गया है. इंग्लैंड की ओपनर टैमी ब्यूमोंट ने मैच के दौरान ‘ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड’ यानी फील्डिंग में बाधा बनने की हरकत की. इसपर भारतीय खिलाड़ियों ने अपील भी की, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया. इसके बाद ब्यूमोंट ने 34 रन की पारी खेली और इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, टैमी ब्यूमोंट की ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड की घटना इंग्लैंड की पारी के पांचवें ओवर के दौरान घटी. दीप्ति शर्मा की गेंद पर टैमी ने शॉट खेला, जिसे जेमिमा रोड्रिग्स ने डाइव लगाकर शानदार फील्डिंग की और फटाफट विकेटकीपर की ओर थ्रो फेंक दिया. टैमी रन लेने की सोच ही रही थीं, लेकिन जैसे ही देखा कि जेमिमा ने बॉल पकड़ ली है, वो वापस क्रीज में लौट गईं. लेकिन जब थ्रो उनकी तरफ आ रहा था, तो टैमी ने जानबूझकर अपने पैड से गेंद रोकने की कोशिश की. भारतीय खिलाड़ियों को ये हरकत ठीक नहीं लगी और उन्होंने तुरंत अपील की.
इसके बाद मैदानी अंपायर्स ने मामले को थर्ड अंपायर के हवाले कर दिया. रिप्ले में दिखा कि जब टैमी ने पैड अड़ाया, तब तक उनका एक पैर क्रीज के अंदर था. इसी वजह से थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉट आउट करार दिया. लेकिन अब सोशल मीडिया पर इस घटना पर जमकर बहस हो रही है. लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या क्रीज के अंदर होने का मतलब यह है कि बल्लेबाज जो चाहे वो कर सकता है? कुछ लोग इसे चालाकी बता रहे हैं तो कुछ इसे फेयर प्ले का उल्लंघन बता रहे हैं.
Wow, India appeal for Obstructing the Field against Tammy Beaumont… and by the letter of the law, I think they had a fair case.
— Vinayakk (@vinayakkm) July 19, 2025
"…she wilfully attempts to obstruct or distract the fielding side by word or action." The obstruction was neither accidental nor to avoid injury. pic.twitter.com/1iivH7hPH0
क्या कहता है ICC का नियम?
नियम की बात करें तो, क्रिकेट के नियम 37.1.1 के मुताबिक, “अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर फील्डिंग में रुकावट पैदा करता है, तो उसे “ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड” यानी फील्डिंग में बाधा के तहत आउट दिया जा सकता है.” नियम 37.1.2 के अनुसार, यदि कोई स्ट्राइकर, खंड 37.2 की परिस्थितियों को छोड़कर, गेंदबाज द्वारा फेंकी गई गेंद को प्राप्त करते समय, जानबूझकर गेंद को उस हाथ से मारती है जिसमें बल्ला नहीं है, तो उसे फील्डिंग में बाधा पहुंचाने का दोषी माना जाएगा.
यह नियम सिर्फ तब भी लागू होगा जब वह पहली स्ट्राइक हो, दूसरी या बाद की स्ट्राइक हो. गेंद प्राप्त करने का कार्य गेंद पर खेलने और अपने विकेट की रक्षा में गेंद को एक से अधिक बार मारने, दोनों तक विस्तारित होगा. हालांकि, थर्ड अंपायर ने माना कि क्रीज के अंदर आने के बाद टैमी ब्यूमोंट ने जो किया, वो आउट के दायरे में नहीं आता.
इंग्लैंड ने 8 विकेट से जीता मैच
वहीं मैच की बात करें तो, लगातार बारिश के कारण मैच देरी शुरू हुई और मुकाबला 29-29 ओवर का कर दिया गया. इंग्लैंड की कप्तान नेट सेवर ब्रंट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. इसके बाद भारतीय टीम ने 29 ओवर में 8 विकेट खोकर 143 रन का स्कोर खड़ा किया. भारत की ओर से स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए, जबकि दीप्ति शर्मा 30 रन बनाकर नाबाद रही.
हालांकि, बारिश ने दस्तक दी और फिर इंग्लैंड को 24 ओवर में 115 रन का नया टारगेट मिला. इंग्लैंड ने 21 ओवर में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया. इंग्लैंड ने एमी जोंस (46*) और टैम्सिन ब्यूमोंट (34) की पारियों की दम पर 21 ओवर में सिर्फ 2 विकेट पर 116 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया. इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली. अब 22 जुलाई को दोनों टीमों के बीच निर्णायक मुकाबला खेला जाएगा.
The winning runs! 👊 pic.twitter.com/QdMykkVxuh
— England Cricket (@englandcricket) July 19, 2025