IPL की वो टीमें, जो अब लीग का हिस्सा नहीं है, जानें किन कारणों से खत्म हुईं ये सभी फ्रेंचाइजी
आईपीएल के इतिहास में कई टीमें आई. कुछ टीमों को वित्तीय संकट, तो कुछ को अनुबंध उल्लंघन और कुछ को अनुमति न मिलने के कारण बाहर होना पड़ा. हालांकि, इन टीमों के खिलाड़ियों ने आईपीएल में अपनी छाप छोड़ी और कई खिलाड़ी अन्य फ्रेंचाइजी में सफल करियर बना सके.
IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का आगाज 22 मार्च (शनिवार) से हो रहा है. सीजन का पहला मैच पिछली बार की चैंपियन केकेआर और आरसीबी के बीच खेला जाएगा. आईपीएल के 18वें सीजन में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इन सभी टीमें मिलकर 65 दिनों में कुल 74 मुकाबले खेलेंगे और 25 मई को एक टीम चैंपियन बनेगी.
आईपीएल के नए सीजन की शुरुआत से पहले आज हम उन टीमों के बारे में जानेंगे, जो कभी इस लीग का हिस्सा हुआ करती थी लेकिन अब वो टीम लीग से बाहर है. तो आइए जानते हैं कौन सी है वो टीम, जो अब इस लीग से बाहर है.
डेक्कन चार्जर्स (DC)
डेक्कन चार्जर्स आईपीएल की आठ मूल टीमों में से एक थी. साल 2009 में जब आईपीएल का आयोजन साउथ अफ्रीका में हुआ था, तब एडम गिलक्रिस्ट की कप्तानी में डेक्कन चार्जर्स ने खिताब जीता था. हालांकि, 2012 के बाद डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स लिमिटेड, जो इस टीम की मालिक थी, को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा. फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई के अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया, जिससे आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने डेक्कन चार्जर्स को समाप्त कर दिया. बाद में PVP वेंचर्स ने इस टीम को खरीदने की कोशिश की, लेकिन उनके द्वारा दी गई भुगतान योजना आईपीएल प्रशासन को मंजूर नहीं थी. इसी कारण डेक्कन चार्जर्स को आईपीएल से बाहर कर दिया गया.
राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (RPS)
राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (RPS) कोलकाता नाइट राइडर्स (CSK) के निलंबन के दौरान आईपीएल में शामिल की गई थी. यह फ्रेंचाइजी संजीव गोयनका की RP-SG ग्रुप के स्वामित्व में थी. अपने डेब्यू सीजन में, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पुणे सुपरजायंट्स सातवें स्थान पर रही. 2017 में टीम मैनेजमेंट ने धोनी को कप्तानी से हटा दिया और स्टीव स्मिथ को नया कप्तान नियुक्त किया. उस सीजन में RPS ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, इस टीम को आईपीएल में विस्तार नहीं मिला और इसका सफर यहीं खत्म हो गया. इसके बाद, संजीव गोयनका ने लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) टीम खरीदी, जो अब आईपीएल का हिस्सा है.
गुजरात लॉयंस (GL)
गुजरात लॉयंस को 2016 में तब शामिल किया गया था, जब चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और राजस्थान रॉयल्स (RR) को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था. अपने पहले ही सीजन में, गुजरात लॉयंस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 14 में से 9 मैच जीते और अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर रही. हालांकि, प्लेऑफ में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ हारने के बाद उनकी आईपीएल ट्रॉफी जीतने की उम्मीदों पर पानी फिर गया. 2018 में जब CSK और RR ने वापसी की, तो गुजरात लॉयंस को आईपीएल से बाहर कर दिया गया.
कोच्चि टस्कर्स केरला (KTK)
कोच्चि टस्कर्स केरला 2011 में आईपीएल में शामिल हुई थी. अपने पहले ही सीजन में यह टीम कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई और अंक तालिका में आठवें स्थान पर रही. इस फ्रेंचाइजी को अपने संचालन के लिए 10 प्रतिशत बैंक गारंटी जमा करनी थी, लेकिन वे इस भुगतान को पूरा नहीं कर सके. 19 सितंबर 2011 को, बीसीसीआई ने कोच्चि टस्कर्स केरला की फ्रेंचाइजी को आधिकारिक रूप से समाप्त कर दिया. इसके चलते 2012 का आईपीएल केवल 9 टीमों के साथ खेला गया. टीम के सभी खिलाड़ी मिनी ऑक्शन में दोबारा शामिल किए गए.
पुणे वॉरियर्स इंडिया (PWI)
पुणे वॉरियर्स इंडिया टीम सहारा ग्रुप स्पोर्ट्स लिमिटेड के स्वामित्व में थी. हालांकि, फ्रेंचाइजी को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा और 2013 में बीसीसीआई ने इसे आईपीएल से बाहर कर दिया. पुणे वॉरियर्स ने कुल तीन सीजन (2011-2013) खेले और उनके प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहे. इन तीन सीजन में टीम का स्थान 9 में से 9वां, 10 में से 9वां और 9 में से 8वां रहा. खराब प्रदर्शन और वित्तीय संकट के कारण टीम को आईपीएल से हटा दिया गया.
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