ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे ने रचा इतिहास, MPCA के सबसे युवा अध्यक्ष बने महान आर्यमन
MPCA new President: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महान आर्यमन सिंधिया को मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है. इसी के साथ महान आर्यमन सिर्फ 29 साल की उम्र में एमपीसीए के इतिहास के सबसे युवा अध्यक्ष बन गए हैं.

MPCA new President: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे और ग्वालियर संभाग क्रिकेट संघ (GDCA) के उपाध्यक्ष महान आर्यमन सिंधिया को मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है. खास बात यह है कि सिर्फ 29 साल की उम्र में महान आर्यमन एमपीसीए के इतिहास के सबसे युवा अध्यक्ष बन गए हैं. वह ग्वालियर के पूर्व राजघराने की तीसरी पीढ़ी के वशंज है, जो अब राज्य के क्रिकेट संगठन की कमान संभालेंगे.
महान आर्यमन बने MPCA के सबसे युवा अध्यक्ष
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महान आर्यमन साल 1957 में स्थापित MPCA के इतिहास के सबसे युवा अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. एमपीसीए के सीएओ रोहित पंडित ने बताया कि इस बार चुनाव बिल्कुल निर्विरोध हुए हैं. यानी अध्यक्ष से लेकर बाकी सभी पदों पर उम्मीदवार बिना विरोध के चुन लिए गए. अब 2 सितंबर को होने वाली वार्षिक आमसभा (AGM) में आधिकारिक तौर पर नई टीम जिम्मेदारी संभालेगी. नई कार्यकारिणी में विनीत सेठिया उपाध्यक्ष, सुधीर असनानी सचिव, अरुंधति किरकिरे संयुक्त सचिव और संजीव दुआ कोषाध्यक्ष बने हैं.
Union Minister Jyotiraditya Scindia's son Mahanaryaman Scindia elected president of Madhya Pradesh Cricket Association: Official. pic.twitter.com/SJ3xAvHmAt
— Press Trust of India (@PTI_News) September 1, 2025
क्रिकेट प्रशासन में काफी एक्टिव हैं आर्यमन
पिछले कुछ सालों में क्रिकेट में महान आर्यमन की सक्रियता काफी बढ़ी है. 2022 में वो GDCA के उपाध्यक्ष बने थे और उसी साल एमपीसीए के आजीवन सदस्य भी. इसके अलावा वो मध्यप्रदेश टी20 लीग (MPL) के अध्यक्ष भी हैं और 2024 में ग्वालियर से इसकी शुरुआत कर चुके हैं. हालांकि, सिंधिया परिवार का क्रिकेट प्रशासन से जुड़ाव नया नहीं है. आर्यमन के दादा माधवराव सिंधिया और पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहले एमपीसीए अध्यक्ष रह चुके हैं.
2010 में हुआ था ऐतिहासिक चुनाव
2010 के चुनाव काफी दिलचस्प थे जब ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैलाश विजयवर्गीय आमने-सामने आए थे. कड़ी टक्कर के बाद ज्योतिरादित्य ने विजयवर्गीय को 70 वोटों से हराया था और पूरी कार्यकारिणी पर सिंधिया गुट का कब्जा हो गया था.
हालांकि, 2017 में लोढ़ा समिति की सिफारिशों की वजह से ज्योतिरादित्य और संजय जगदाले जैसे बड़े प्रशासकों को पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद ज्योतिरादित्य ने 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली. अब पुराने विवाद पीछे छूट चुके हैं और एमपीसीए की कमान महान आर्यमन सिंधिया के हाथों में है.