‘मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा…’ करुण नायर ने 8 साल पहले इंग्लैंड दौरे पर मिले हार्टब्रेक पर तोड़ी चुप्पी
IND vs ENG: करुण नायर ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जमाकर इतिहास रचा था. हालांकि, इसके बाद उन्हें मौके नहीं मिले और 2018 के इंग्लैंड दौरे के बाद वह टीम से बाहर हो गए.

IND vs ENG, Karun Nair: टीम इंडिया में वापसी कितनी मुश्किल होती है, ये करुण नायर से बेहतर शायद ही कोई समझ पाए. 8 साल के लंबे इंतजार और कड़ी मेहनत के बाद उन्हें फिर से टीम इंडिया में खेलने मौका मिला है. नायर की वापसी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया है.
33 वर्षीय नायर आखिरी बार 2018 में इंग्लैंड दौरे के लिए ही चुने गए थे, लेकिन तब उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला और फिर वे टीम से बाहर हो गए. अब उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में बताया है कि कैसे उस वक्त उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया और अचानक हनुमा विहारी को डेब्यू का मौका दे दिया गया था, जबकि विहारी को सीरीज के बीच में ही टीम में बुलाया गया था.
करुण नायर ने बताया टीम से बाहर होने का दर्द
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले करुण नायर ने ब्रिटिश अखबार मेल स्पोर्ट से बात करते हुए कहा कि “2018 के इंग्लैंड दौरे पर पहले चार टेस्ट में मैं बेंच पर था. इंग्लिश टीम 3-1 से सीरीज में आगे थी और आखिरी टेस्ट ओवल में होना था. तब लगा कि अब शायद मौका मिलेगा क्योंकि हार्दिक पंड्या को बाहर किया गया था, लेकिन मेरी जगह विहारी को शामिल कर लिया गया. विहारी चौथे टेस्ट से पहले ही टीम इंडिया का हिस्सा बने थे. उन्हें कुलदीप यादव के बाहर होने पर बुलाया गया था.” नायर ने कहा कि उन्हें टीम मैनेजमेंट में किसी ने नहीं बताया कि क्यों प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली.
A comeback story with Karun Nair 🔝
P.S. – A special message from KL Rahul 👌#TeamIndia | #ENGvIND | @karun126 | @klrahul pic.twitter.com/PeYCsNtnxv---Advertisement---— BCCI (@BCCI) June 12, 2025
‘मुझे लगा किसी ने जमीन में गाड़ दिया’
उस पल को याद करते हुए करुण ने कहा, “मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने जमीन में गाड़ दिया है. मुझे पता नहीं कि अब कहां जाऊं. मैं उस समय को कभी नहीं भूल पाऊंगा जब मुझे वह खबर मिली थी. मुझे पता नहीं था कि क्या किया जाए या किससे बात करूं इसलिए मैं घूमने निकल गया और सीधे ऑक्सफॉर्ड स्ट्रीट तक चला गया और जो सामने आया उसे खरीदता चला गया.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो महंगा सामान खरीदते हैं लेकिन उस दिन मैं इनमें डूब गया. मैंने लुई विटों के जूते खरीदे. मैंने पहले कभी ऐसा नहीं किया था. मेरे लिए पैसों की कोई बात नहीं थी. मेरी रुचि पूरी तरह से क्रिकेट में थी और भारत के लिए खेलना चाहता था. मैंने कई बैग भरकर शॉपिंग की. एक मैच बचा हुआ था लेकिन मेरे लिए दौरा खत्म हो चुका था. मेरे लिए हर दिन बहुत मुश्किल था. इसके बाद मुझे नहीं चुना गया.”
करुण नायर का करियर
करुण नायर क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक भारत के लिए 6 टेस्ट और 2 वनडे मैच खेले हैं. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने शानदार 62.33 की औसत से 374 रन बनाए हैं. शुरुआत में करुण कर्नाटक के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते थे, लेकिन बाद में उन्होंने विदर्भ की टीम का रुख कर लिया. उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और तिहरा शतक जमाकर इतिहास रचा था. हालांकि, इसके बाद उन्हें मौके नहीं मिले और 2018 के इंग्लैंड दौरे के बाद वह टीम से बाहर हो गए.
ये भी पढ़ें- गेंदबाजी के बाद बल्ले से भी चमके शार्दुल, जड़ा नाबाद शतक, नितीश रेड्डी की प्लेइंग 11 से छुट्टी अब लगभग तय!