18 साल में पहली बार IPL ट्रॉफी जीतने के बाद जब आरसीबी की टीम बेंगलुरु पहुंची, तो हजारों फैन्स उनका स्वागत करने एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटे. भीड़ इतनी बढ़ गई कि हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ मच गई. इसी हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए. जश्न की एक शाम कुछ परिवारों के लिए ज़िंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी बन गई. जिसपर अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने RCB मैनेजमेंट को ज़िम्मेदार माना है.
‘अंदर नाच-गाना, बाहर मौत’
दरअसल 1983 में वर्ल्ड कप विजेता रही भारतीय टीम के सदस्य रहे मदन लाल ने बेंगलुरू हादसे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. मदन लाल ने कहा है कि अब लोग विराट कोहली को कभी भुला नहीं पाएंगे. बेंगलुरू में जो कुछ हुआ वो हैरान करने वाला है. मदन लाल ने कहा, ‘लोग विराट कोहली को कभी नहीं भूलेंगे, लेकिन वे ये हादसा भी नहीं भूल पाएंगे. जब बाहर लोग मर रहे थे, तब अंदर नाच-गाना चल रहा था. ये बेहद चौंकाने वाला और दुखद है.’ सिर्फ इतना ही नहीं मदन लाल ने मृतकों के परिवारों से अपील की है कि वे RCB, राज्य सरकार और BCCI पर 100 करोड़ रुपये का मुकदमा करें.
VIDEO | On the Chinnaswamy Stadium stampede, former Indian cricketer Madan Lal said, "It's extremely unfortunate that 11 lives were lost, this tragedy should never have happened. It was completely avoidable. What was the rush? The celebrations could have been held two or three… pic.twitter.com/Z7eKuQexXJ
— Press Trust of India (@PTI_News) June 4, 2025
हादसे की कौन लेगा ज़िम्मेदारी?
मदन लाल का बयान सीधे उस सिस्टम की ओर इशारा करता है जो हादसे के बाद भी केवल औपचारिकता निभा रहा है. हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 10 लाख रुपये मुआवज़े का ऐलान किया है. इसके अलावा उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि पुलिस फोर्स तैनात थी, लेकिन जोश में डूबी भीड़ को रोका नहीं जा सकता था. सवाल ये है कि क्या भीड़ को आमंत्रित करने वाले और इंतज़ाम करने वाले खुद को निर्दोष मान सकते हैं?
11 dead. 45+ injured.
— Shobha Karandlaje (@ShobhaBJP) June 5, 2025
Yesterday’s stampede at Bengaluru’s Chinnaswamy Stadium was a preventable tragedy, marked by total administrative collapse: no crowd control, no medical readiness, no coordination.
The State has disowned responsibility, blaming KSCA. A govt-led probe lacks… pic.twitter.com/RFHwoum4M4
RCB का अफसोस जताना काफी है?
दूसरी तरफ RCB ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और कहा कि टीम को मीडिया के ज़रिए हादसे की जानकारी मिली. उनका कहना है कि वे सभी की सुरक्षा को सबसे ज़्यादा अहमियत देते हैं. लेकिन क्या एक संवेदना भरा बयान उन 11 जानों की भरपाई कर सकता है? क्या बड़े आयोजनों की प्लानिंग में ज़िंदगी की अहमियत इतनी कम हो गई है?
𝗢𝗳𝗳𝗶𝗰𝗶𝗮𝗹 𝗦𝘁𝗮𝘁𝗲𝗺𝗲𝗻𝘁: 𝗥𝗼𝘆𝗮𝗹 𝗖𝗵𝗮𝗹𝗹𝗲𝗻𝗴𝗲𝗿𝘀 𝗕𝗲𝗻𝗴𝗮𝗹𝘂𝗿𝘂
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) June 5, 2025
The unfortunate incident in Bengaluru yesterday has caused a lot of anguish and pain to the RCB family. As a mark of respect and a gesture of solidarity, RCB has announced a financial… pic.twitter.com/C50WID1FEI
जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते
मदन लाल की बात में वो गुस्सा और पीड़ा झलकती है जो हर आम नागरिक महसूस कर रहा है. सिर्फ ट्रॉफी जीतने से टीम महान नहीं बनती, बल्कि तब बनती है जब वो अपनी जिम्मेदारी को समझे. ऐसी भी रिपोर्ट्स सामने आ रही है कि जहां दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने RCB मैनेजमेंट से विक्ट्री परेड की ही तरह विक्ट्री सेलिब्रेशन को भी टालने की बात कही थी. लेकिन जहां विक्ट्री परेड रद्द कर दी गई वहीं टीम का विक्ट्री सेलिब्रेशन जारी रहा. अब वक्त है कि सरकार, आयोजक और फ्रेंचाइज़ी सब मिलकर सवालों के जवाब दें ताकि अगली बार जश्न किसी के मातम में न बदले.
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