NADA Testing Pool 2025: टीम इंडिया के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) के साथ जुड़ते हुए नजर आने वाले हैं. पुरुष और महिला टीम के कई बड़े सितारों को नाडा ने इस लिस्ट में शामिल किया है. जसप्रीत बुमराह समेत 14 खिलाड़ी डोपिंग को लेकर जगरुकता के लिए इस अभियान में शामिल किया गया है. इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज के दौरान खिलाड़ियों का सैंपल लिया जाएगा और नाडा उनकी जांच कराएगा. आपको बता दें ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है इससे पहले भी भारतीय क्रिकेटर इस तरह से अभियान का हिस्सा रह चुके हैं.
बुमराह समेत ये खिलाड़ी NADA से जुड़े
नाडा की तरफ से साल 2025 के लिए इसमें जसप्रीत बुमराह, टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्याकुमार याद सहित कई बड़े स्टार खिलाड़ियों को शामिल किया है. इस लिस्ट में सूर्यकुमार यादव, पंत, शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, अर्शदीप सिंह, संजू सैमसन और तिलक वर्मा को शामिल किया गया है. वहीं महिला खिलाड़ियों में बात करें तो इस लिस्ट में तूफानी ओपनर शेफाली वर्मा, ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा और तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर का नाम शामिल है.
Surya Kumar Yadav, Rishabh, Pant and Jaspreet Bumrah added to NADA’s testing pool for 2025
— a Glimpse (@techmilan5) January 22, 2025
Means these athletes can be tested any time anywhere and testing will be conducted with no advance notice pic.twitter.com/dwOfsbIN1c
NADA का जागरुकता अभियान
नाडा सभी हर क्षेत्र के खिलाड़ियों को लेकर डोपिंग के लिए जागरुकता फैलाने का काम कर रही है. इसी के चलते इस सभी स्टार क्रिकेटरों को इस अभियान के साथ जोड़ा गया है. नाडा की तरफ से इस खिलाड़ियों की मदद और योगदान से बाकि एथलीटों में डोपिंग को लेकर जागरुक किए जाने की कोशिश की जाएगी. इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज के दौरान खिलाड़ियों के सैंपल लिए जाएंगे.
पहले भी हो चुका है अभियान
ऐसा नहीं है कि नाडा की तरफ से इस तरह का अभियान पहली बार किया जा रहा है. इससे पहले साल 2019 में भी इस तरह की मुहिम चलाई गई थी. उस दौरान भी भारतीय क्रिकेटर्स ने इस अभियान में हिस्सा लिया था. उस समय रवींद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल और स्मृति मंधाना जैसे खिलाड़ियों को इस लिस्ट में शामिल किया गया था.
आपकी जानकारी के लिए बता दें इस लिस्ट में शामिल होने के साथ ही खिलाड़ी को अपने रहने, ट्रेनिंग करने, ईमेल एड्रेस और फोन नंबर की जानकारी साझा करनी होती है. इन सभी की मदद से नाडा को सैंपल लेने में आसानी होती है. अगर 12 महीने से समय में खिलाड़ी ऐसा नहीं करता है तो इसे नियमों के मुताबिक डोपिंग के नियमों का उल्लंघन माना जाता है.
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