26 साल का ये खिलाड़ी खत्म कर सकता है ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग परेशानी, 94 रनों की पारी खेल जगाई उम्मीदें
ऑस्ट्रेलिया के एक 26 साल के खिलाड़ी ने टीम में ओपनिंग की दावेदारी ठोक दी है. इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया ए के लिए खेलते हुए कमाल का प्रदर्शन किया है. ऐसे में एसेज से पहले क्या ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाज की खोज क्या खत्म हो पाएगी?

ऑस्ट्रेलिया की टीम ने वेस्टइंडीज के दौरे पर कमाल का प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की है. इस सीरीज में मेहमान ऑस्ट्रेलिया का पूरी तरह से दबदबा देखने को मिला को टीम ने मेजबानों को 3-0 से क्लीन स्वीप का जख्म दिया. ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी को बीते काफी समय से शानदार रही है लेकिन बल्लेबाजी में ओपनिंग एक बड़ी समस्या रही है. वॉर्नर के जाने के बाद टीम ने कई खिलाड़ियों को ओपनिंग के लिए चुना लेकिन अभी तक ख्वाजा के साथ कोई भी बल्लेबाज कामयाब नहीं हो पाया है. ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए एक खिलाड़ी अब इस बड़ी समस्या का हल देता हुआ नजर आ रहा है. कौन है ये खिलाड़ी आइए आपको भी बताते हैं.
नाथन मैकस्वीनी ने जगाई उम्मीद
एक तरफ ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर है तो वहीं दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया ए श्रीलंका के खिलाफ मैच खेल रही है. 4 दिन के इस मैच की पहली पारी में उन्होंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए 94 रनों की पारी खेली. इस पारी के दौरान उन्होंने शानदार शॉट्स खेले और इसे देख ऑस्ट्रिया के फैंस खुश नजर आए क्योंकि अगर वो बल्ले से इसी तरह का प्रदर्शन जारी रख पाते हैं तो उनकी टेस्ट टीम में वापसी हो सकती है. अभी तक मैकस्वीनी ने 3 टेस्ट मैचों में टीम के लिए महज 72 रन ही बनाए हैं.
Ryan Harris with his former mentor, Andy Bichel, and Nathan McSweeney with his mentor @marnus3cricket before they all turn rivals fighting for the biggest prize in Aussie domestic cricket, the big #SheffieldShield final. Tune in to @SEN_Cricket & we’ll bring you all the action pic.twitter.com/5Ev40NXAgI
— Bharat Sundaresan (@beastieboy07) March 25, 2025
एसेज के लिए तैयारियों में ऑस्ट्रेलिया
साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एसेज के लिए ऑस्ट्रेलिया को एक ओपनिंग बल्लेबाज की तलाश है. बीते कुछ समय में टीम की तरफ से सैम कोंसटास, मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ियों को ख्वाजा के साथ बल्लेबाजी करने के लिए भेजा लेकिन कोई भी सफल साबित नहीं हुआ. सैम कोंसटास ने 5 टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन वो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं. उन्होंने 16.30 की औसत से केवल 163 रन ही बनाए हैं. ऐसे में मैकस्वीनी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं. 38 साल के हो चुके ख्वाजा के लिए भी ये सीरीज आखिरी साबित हो सकती है.