INDO-PAK Conflict: भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगातार बढ़ रहे तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने 9 मई को एक अहम फैसला लिया है. सरकार ने भारतीय सेना को टेरिटोरियल आर्मी (TA) को सक्रिय करने की अनुमति दे दी है. अब जरूरत पड़ने पर थलसेना प्रमुख टेरिटोरियल आर्मी के अधिकारियों को बुला सकते हैं और उन्हें विभिन्न सैन्य कार्यों के लिए तैनात कर सकते हैं. सरकार ने यह आदेश टेरिटोरियल आर्मी नियमावली 1948 के नियम 33 के तहत जारी किया है.
इस आदेश के बाद टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को गार्ड ड्यूटी जैसे काम दिए जा सकते हैं या फिर उन्हें थलसेना के साथ मिलकर संचालनात्मक कार्यों में लगाया जा सकता है.
#TerritorialArmy Rule 1948 के नियम 33 के तहत केंद्र सरकार ने सेना प्रमुख को #TerritorialArmy के प्रत्येक अधिकारी और भर्ती किए गए व्यक्ति को आवश्यक सुरक्षा ड्यूटी या नियमित सेना की सहायता के लिए बुलाने के लिए अधिकृत किया है: रक्षा मंत्रालय @SpokespersonMoD | @DefenceMinIndia pic.twitter.com/kZNmUbzPh6
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) May 9, 2025
कई नामी हस्तियां हैं टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा
टेरिटोरियल आर्मी में कई जानी-मानी हस्तियां भी शामिल हैं. इनमें पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के नाम शामिल हैं. धोनी 2011 में TA से जुड़े थे और उन्हें ऑनरेरी लेफ्टिनेंट की उपाधि दी गई थी. उन्होंने 2019 में कश्मीर में विक्टर फोर्स के साथ 15 दिनों की सेवा भी दी थी. इसके अलावा, ओलंपिक शूटर अभिनव बिंद्रा भी 2011 में टेरिटोरियल आर्मी में भर्ती हुए थे और सिख रेजीमेंट का हिस्सा बने थे. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मौजूदा परिस्थितियों में सेना इन विशिष्ट अधिकारियों को ड्यूटी पर बुलाती है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ा तनाव
पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर तनाव का माहौल बना हुआ है. बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए हमले के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है. इस हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई थी. इसके जवाब में भारत ने 6 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी शिविरों पर हवाई हमला किया और उसे तबाह कर दिया.
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी?
रक्षा मंत्रालय के अनुसार टेरिटोरियल आर्मी में इंफैंट्री की कुल 32 बटालियन शामिल हैं. इनमें से कुछ बटालियनों को देश के महत्वपूर्ण सैन्य क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा. इन्हें भारतीय सेना की छह कमांड्स- सदर्न, ईस्टर्न, वेस्टर्न, सेंट्रल, नॉर्दर्न और साउथ-वेस्टर्न कमांड- के तहत काम सौंपा जाएगा.
टेरिटोरियल आर्मी को भारतीय सेना की ‘सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस’ माना जाता है. इसमें ऐसे नागरिकों को शामिल किया जाता है जो स्वयंसेवक के रूप में सेना से जुड़ना चाहते हैं और जिनके पास आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक सैन्य प्रशिक्षण होता है.
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