ये बात किसी से छिपी नहीं है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव और पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के क्रिकेटिंग संबंध पूरी तरह टूट चुके हैं. आईपीएल की ही तरह पाकिस्तान की घरेलू लीग पीएसएल के सीज़न को भी सुरक्षा कारणों से असमय बीच में रोक दिया गया था. हालांकि बाद में इसके सीज़न-10 को दोबारा शुरू तो किया गया, लेकिन पाकिस्तान के लिए यहां भी भारत से रिश्ते खराब करना भारी पड़ गया है.
PSL से गायब हुई DRS जैसी तकनीक
दरअसल दोबारा शुरू होने के बाद PSL टूर्नामेंट की साख दांव पर लग गई है. पहले ही PSL की लोकप्रियता को IPL के मुकाबले खड़ा करने की नाकाम कोशिश की जा रही थी. उसपर भारत-पाक रिश्तों में तल्खी ने ज्यादातर विदेशी खिलाड़ियों को भी टूर्नामेंट से हटने की वजह दे दी. इसी के बाद अब पाकिस्तान की नई परेशानी टेक्नोलॉजी को लेकर खड़ी हो गई है. जहां PSL के कई मैच अब बिना DRS और हॉकआई के ही कराए जा रहे हैं, जिससे मैचों की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं.
PSL X – NATIONAL CUP WITH FOREIGN PLAYERS
— junaiz (@dhillow_) May 21, 2025
-DRS, player tracker, speed gun, etc. won’t be available for the playoffs and final of the ongoing PSL. The technology has not been used since the resumption of PSL X, as the Hawk-Eye crew did not travel back to the country. pic.twitter.com/WM3VBF6E7e
भारतीय टेक्नीशियन नहीं लौटे पाक
यहां बता दें कि DRS जैसी ज़रूरी तकनीक के बिना PSL के आयोजन की मजबूरी के पीछे भी भारत इसलिए है, क्योंकि इसे संचालित करने वाले अधिकतर टेक्नीशियन भारतीय हैं. PSL तो दोबारा शुरू हो गया लेकिन DRS और हॉकआई तकनीक हैंडल करने वाली भारतीय टीम के टेक्नीशियन पाकिस्तान नहीं लौटे. PCB के लिए इस संकट को संभाल पाना मुश्किल हो गया है क्योंकि अब तक बिना DRS के सीजन में 5 मैच खेले जा चुके हैं, जबकि फाइनल और क्वालिफायर अभी बाकी हैं.
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