‘उन 5 सालों में विराट…’, रवि शास्त्री ने किंग कोहली की तारीफों के बांधे पुल, बताई उनकी सबसे बड़ी ताकत
रवि शास्त्री ने अपने ताजा इंटरव्यू में विराट कोहली के कप्तानी वाले दौर को याद करते हुए उनकी जमकर तारीफ की है. उनकी कप्तानी से लेकर उनकी बल्लेबाजी तक, हर चीज के लिए उन्होंने कोहली को सराहा. आप भी जानिए उन्होंने क्या खास कहा.

टीम इंडिया इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रही है. रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद टेस्ट क्रिकेट में टीम की कमान युवा शुभमन गिल के हाथों में सौंप दी गई है. इसी के साथ वनडे में भी अब ये दोनों ज्यादा लंबे समय तक टीम का हिस्सा नहीं रह पाएंगे. ऐसे में तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम को इनके बिना ही खेलना होगा. बीते कुछ समय से टीम इंडिया के टेस्ट प्रदर्शन में गिरावट देखी गई थी और ऐसे में हर कोई विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को याद कर रहा था. उसी समय को याद करते हुए टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी किंग कोहली की जमकर तारीफ की है. आइए आपको भी बताते हैं कि उन्होंने कोहली की तारीफ में क्या कुछ कहा है.
‘कोहली ने तीनों फॉर्मेट में मचाया कोहराम’
स्काई स्पोर्ट्स के साथ बात करते हुए रवि शास्त्री विराट कोहली की जमकर तारीफ करते हुए नजर आए. उन्होंने कहा, “विराट कोहली अपनी कप्तानी में एक अलग ही बल्लेबाज थे. उन 5 सालों में जब टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 थी, कोहली ने तीनों फॉर्मेट में कमाल का प्रदर्शन किया था. विराट कोहली टीम इंडिया के शानदार कप्तान थे. बतौर कप्तान उन्होंने बेहतरीन काम किया. मुझे लगता है कि एक बल्लेबाज के तौर पर डॉमिनेट करने की काबिलियत और टीम इंडिया को जिताने की उनकी भूख कमाल की थी.”
"He did a magnificent job" 🙌
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) August 14, 2025
Ravi Shastri on what it was like to be India coach whilst Virat Kohli was captain 🇮🇳 pic.twitter.com/b142Hmgg5i
टेस्ट क्रिकेट से अचानक लिया संन्यास
ऑस्ट्रेलिया का दौरा खराब जाने के बाद हर किसी को उम्मीद थी कि विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में धमाकेदार वापसी करेंगे, लेकिन स्क्वाड की घोषणा होने से पहले ही उन्होंने संन्यास का ऐलान कर हर किसी को चौंका दिया. अचानक आए उनके संन्यास ने कई सवाल खड़े किए लेकिन इन सभी बातों का कोई मतलब नहीं रह गया था, क्योंकि कोहली अब टेस्ट में कभी वापसी नहीं करने वाले थे. उनके पास टेस्ट में 10 हजार रनों का आंकड़ा पार करने का शानदार मौका था लेकिन 210 पारियों में 9230 रनों के साथ उन्होंने इसे अलविदा कह दिया.
उनकी कप्तानी ने टीम इंडिया में भरा जोश
विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया कुछ अलग ही नजर आती थी. हर खिलाड़ी के अंदर जीत की भूख और किसी का भी सामना करने की निडरता ही टीम को खास बनाती थी. धोनी ने शांत रहकर टीम चलाई थी लेकिन विराट थोड़े अलग मूड के कप्तान थे. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया जिस भी विदेशी दौरे पर गई वहां मेजबानों पर भारी ही पड़ी. फिर चाहे वो इंग्लैंड में लॉर्ड्स का मैदान हो या ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 की सीरीज जीत.