Sachin Tendulkar Wankhede Stadium Story: ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले महान भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 16 नवंबर 2013 को अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलकर इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था. यह मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था. सचिन ने 24 साल के अपने लंबे करियर का अंत वानखेड़े स्टेडियम में ही करना चाहते थे, जिसके लिए उन्होंने तब बीसीसीआई अध्यक्ष से रिक्वेस्ट भी की थी.
सचिन ने हाल ही में वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ के दौरान अपने करियर के अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच के बारे में एक भावुक किस्सा साझा किया. जिसमें उन्होंने अपना आखिरी मैच वानखेड़े में ही खेलने के पीछे की असली वजह का खुलासा किया.
सचिन की रिक्वेस्ट पर वानखेड़े में खेला गया था मैच
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने रविवार रात को वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की. जहां उन्होंने 2011 क्रिकेट विश्व कप जीतना और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना 200वां और अंतिम टेस्ट मैच खेलने जैसे महत्वपूर्ण पल को याद किया. इस दौरान सचिन ने बताया कि कैसे उन्होंने बीसीसीआई से अपनी आखिरी मैच को मुंबई में आयोजित करने की इच्छा जताई थी, ताकि उनकी माँ उन्हें लाइव खेलते हुए देख सकें.
माँ की खातिर मुंबई में खेला था विदाई टेस्ट
सचिन ने बताया, “मेरे अंतिम मैच की घोषणा से पहले मैंने तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन से संपर्क किया. मैंने उनसे अनुरोध किया था कि मैं चाहता हूं कि मेरा आखिरी मैच मुंबई में आयोजित किया जाए और इसके पीछे एक खास कारण था. मैंने क्रिकेट 30 साल तक खेला, जिनमें 24 साल भारत के लिए थे, लेकिन मेरी माँ ने मुझे कभी लाइव खेलते हुए नहीं देखा था.” उन्होंने आगे कहा, “उस समय मेरी माँ की सेहत इतनी अच्छी नहीं थी कि वह कहीं भी यात्रा कर सकें, सिर्फ वानखेड़े स्टेडियम में वह मुझे देख सकती थीं. मैं चाहता था कि वह समझ सकें कि मैं 24 साल से अलग-अलग जगहों पर क्यों जा रहा हूं. BCCI ने इस अनुरोध को बहुत विन्रमता से स्वीकार भी किया.”
#WATCH | Wankhede Stadium's 50th anniversary: Maharahstra | Cricket legend Sachin Tendulkar says, "Before the series of my last match was announced – I got in touch with BCCI and made one request that I want my last match to be held in Mumbai for one very reason – I played… pic.twitter.com/gxTqlLN8xv
— ANI (@ANI) January 19, 2025
अपने आखिरी मैच को याद करके भावुक हुए सचिन
सचिन तेंदुलकर ने अपने आखिरी मैच का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अभी भी वे पल याद हैं. सचिन ने अपनी अंतिम टेस्ट मैच में 74 रन बनाए थे और इस मैच को लेकर भी वह कहते हैं कि यह उनके जीवन का सबसे भावुक पल था. उन्होंने बताया कि उन्हें यह एहसास हो रहा था कि यह उनके करियर का आखिरी मैच है और यही कारण था कि वह पूरी तरह से भावुक हो गए थे. सचिन ने कहा “अंतिम मैच में यह सब कुछ अविश्वसनीय था, मैं जानता था कि यह सब अंतिम बार हो रहा था. मैं भावनाओं से जूझते हुए बैटिंग करने आया.”
“वेस्टइंडीज के खिलाड़ी और दर्शकों ने मुझे बहुत इज्जत दी. जैसे ही आखिरी ओवर आया, मेरे परिवार के क्लोज-अप स्क्रीन पर दिखाए गए. मुझे ऐसा लगा कि स्क्रीन का काम करने वाला शायद वेस्टइंडीज से है, क्योंकि वह मेरी भावनाओं के साथ खेल रहा था, जबकि मैं मुश्किल से जूझ रहा था. मैच खत्म होने के बाद जब मुझे कंधों पर उठाया गया, तो वह अनुभव अविश्वसनीय था. यह सब नियति द्वारा लिखा गया था और यह अनुभव मेरे साथ मेरी आखिरी सांस तक रहेगा.”
2011 क्रिकेट विश्व कप जीत को किया याद
साथ ही सचिन ने वानखेड़े स्टेडियम में 2011 क्रिकेट विश्व कप में भारत की ऐतिहासिक जीत का भी जिक्र किया. उन्होंने इसी स्टेडियम में अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि विश्व कप हासिल किया था. सचिन ने कहा कि वानखेड़े स्टेडियम ने उन्हें करियर के सबसे बड़े पल दिए और यहां हर क्रिकेटर के लिए खेलने का सपना होता है.
वानखेड़े स्टेडियम पर इस आयोजन में सचिन के अलावा अन्य क्रिकेट दिग्गजों ने भी शिरकत की और अपनी यादें साझा कीं. सचिन के साथ-साथ इस कार्यक्रम में सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, दिलीप वेंगसरकर और अन्य क्रिकेट हस्तियों को भी सम्मानित किया गया.
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