एक तरफ देश भर के क्रिकेट फैंस टीम इंडिया के आगामी इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी जाने वाली टीम के ऐलान का इंतज़ार कर रहे हैं. तो वहीं दौरे के लिए होने वाली टीम सेलेक्शन से ठीक पहले मोहम्मद शमी के इंग्लैंड दौरे पर जाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शमी की आधी-अधूरी फिटनेस ने सेलेक्टर्स की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में संभावना है कि सेलेक्टर्स शमी को इंग्लैंड सीरीज़ से बाहर रख सकते हैं.
20 जून से टीम इंडिया का नया मिशन
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए साइकिल के लिए टीम इंडिया का पहला मिशन 20 जून से शुरू हो रहा है. जिसके लिए टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ उसी की सरज़मीं पर खेलती दिखाई देगी. इंग्लिश कंडीशंस हमेशा से भारतीय टीम के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं, उसपर एक लंबा दौरे का कार्यक्रम वो अहम वजह है जिसके चलते सेलेक्टर्स भी भारतीय स्कॉएड में अनुभवी और काबिल के अलावा पूरी तरह फिट खिलाड़ियों को ही तरजीह देना चाहते हैं.
🚨 NO SHAMI IN ENGLAND TOUR 🚨
— Tanuj (@ImTanujSingh) May 23, 2025
– Mohammed Shami is unlikely to play in the Test series against England. (Devendra Pandey/Express Sports). pic.twitter.com/tjIlRHFgR7
मीडिया रिपोर्ट्स में शमी पर संशय
दरअसल ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई हैं जिसके दावे के मुताबिक बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने मोहम्मद शमी की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘शमी इस समय केवल IPL में चार ओवर ही डाल पा रहे हैं, जिससे यह अंदेशा गहरा गया है कि वे टेस्ट मैचों में लंबा स्पैल डालने में सक्षम नहीं हैं.’ यहां गौर करने वाली बात ये है कि टेस्ट क्रिकेट खासकर इंग्लैंड की परिस्थितियों में, गेंदबाज़ों से लगातार और लंबे स्पैल की उम्मीद की जाती है, जो दावे के मुताबिक फिलहाल शमी के बस की बात नहीं लग रही.
सर्जरी के बाद से बनी हुई हैं चुनौती
शमी ने 2024 में टखने की सर्जरी करवाई थी, जिसके चलते वो लगभग एक साल तक क्रिकेट से दूर रहे. हाल ही में उन्होंने IPL और कुछ लिमिटेड ओवर्स मैचों के ज़रिए वापसी की, लेकिन टेस्ट क्रिकेट का फिजिकल डिमांड एकदम अलग होता है. 34 साल के शमी के लिए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में लगातार फिट रहना एक बहुत बड़ी चुनौती हो सकती है. मोहम्मद शमी ने भारत के लिए 64 टेस्ट में 229 विकेट चटकाए हैं, उनकी स्विंग और अनुभव इंग्लैंड जैसे हालात में बेहद फायदेमंद होते हैं. उनकी अनुपस्थिति में न केवल अनुभव की कमी महसूस होगी, बल्कि गेंदबाज़ी यूनिट पर अतिरिक्त दबाव भी पड़ेगा, खासकर जब बुमराह भी सभी टेस्ट नहीं खेलेंगे.
नए चेहरों को मिलेगा मौका?
अगर शमी टीम से बाहर होते हैं, तो सेलेक्टर्स युवा गेंदबाज़ों को मौका देने पर विचार कर सकते हैं. अर्शदीप सिंह, जिन्होंने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट का अनुभव भी हासिल किया है और अंशुल काम्बोज, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, टीम में जगह बना सकते हैं. अंशुल फिलहाल इंडिया ए टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर हैं और ये संकेत है कि चयन समिति उन्हें लेकर गंभीर है.
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