Teachers Day 2025: शिष्य हो तो हार्दिक और क्रुणाल पांड्या जैसा, गुरु के लिए जो किया वो सब नहीं कर पाते
Teachers day 2025: शिक्षक दिवस के खास मौके पर आज हम आपको बता रहे हैं भारतीय क्रिकेट के 2 ऐसे भाईयों के बारे में जो कि क्रिकेट के मैदान के अलावा भी अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपने बचपन के कोच के लिए क्या कुछ किया है यहां जानिए...

Teachers Day 2025: भारतीय क्रिकेट के 2 दिग्गज सितारे जो आज की तारीख में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या. दोनों भाईयों ने गरीबी को बेहद ही करीब से देखा और महसूस किया. अपनी कठिन परिस्थितियों से उभरते हुए दोनों ने ही अपनी खास प्रतिभा को कभी खोने नहीं दिया. खेल के मैदान में दोनों भाइयों का कोई सानी नहीं है लेकिन मैदान के बाहर भी दोनों हर किसी से बढ़कर हैं.
टीचर्स डे के मौके पर हम उन्हें इसलिए याद कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपने बचपन के कोच जितेंद्र सिंह के लिए जो कुछ भी किया वो किसी मिसाल से कम नहीं है, वर्ना आज की तारीख में आगे बढ़ने के बाद कौन किसे याद ही रखता है. ताजा इंटरव्यू में उनके कोच ने खुद ही कई ऐसे बड़े खुलासे किए हैं जिन्हें सुन आपके मन में दोनों भाईयों के लिए इज्जत और बढ़ जाएगी.
Teacher's Day: Hardik, Krunal Pandya pay ₹80L tribute to 'guru' Jitendra Singh pic.twitter.com/mM7ASdJWqh
— Gags (@CatchOfThe40986) September 5, 2025
‘कार खरीदने के लिए दिए 20 लाख’
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए ताजा इंटरव्यू में हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के बचपन के कोच जितेंद्र सिंह ने बताया कि पांड्या ब्रदर्स ने उनके मुश्किल समय में किस तरह से उनकी मदद की. उन्होंने कहा, “साल 2018 में दोनों भाईयों ने उनकी बहन की शादी में बहुत मदद की और ये पक्का किया शादी अच्छे से हो. केवल इतना ही नहीं उन्होंने मुझे 20 लाख रुपये कार खरीदने के लिए भेजे. इसके अलावा कई और गिफ्ट्स मेरी दूसरी बहन की शादी में भी उन्होंने दिलवाए.”
‘मां के इलाज में भी की मदद’
अच्छे पलों के अलावा बुरे पलों में भी पांड्या ब्रदर्स ने अपने कोच का साथ नहीं छोड़ा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि, “एक बार उनकी मां की तबियत काफी खराब हो गई थी. जैसे ही हार्दिक को इसके बारे में पता चला था उन्होंने तुरंत मुझसे कहा, आप मेरे से सारे पैसे ले लो लेकिन उनको कैसे भी कर के ठीक करो.”
इसी के साथ “साल 2015-16 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद उसने मुझे एक कार तोहफे में दी थी, जिसकी कीमत 5-6 लाख रुपये की थी. उस समय पर वो बहुत ज्यादा आर्थिक तौर पर सक्षम नहीं था. उनके इस बात को कहने पर मैं हैरान हो गया था और मैंने पहले इसके लिए मना भी लेकिन फिर क्रुणाल ने मुझे इसके मना लिया. वो कहते हैं कि “ये कार हम आपको आपकी सुरक्षा के लिए दे रहे हैं.”