मध्य प्रदेश का चंबल क्षेत्र का इतिहास डकैतों और बागियों के लिए मशहूर रहा है लेकिन उसी इलाके की रहने वाली एक बेटी ने क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिससे उसकी चर्चा चारों और हो रही है. हम बात कर रहे हैं उस बेटी की जिसमें मलेशिया की सरजमीं पर भारत का तिरंगा लहरा दिया. वहां हुए अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप 2025 में वैष्णवी शर्मा ने अपनी स्पिन का ऐसा जादू बिखेरा कि विरोधी टीम पस्त हो गईं और टीम इंडिया लगातार दूसरी बार चैंपियन बन गई.
मध्यप्रदेश के ग्वालियर की वैष्णवी शर्मा (Vaishnavi Sharma) ने फाइनल मुकाबले में 4 ओवर में सिर्फ 23 रन देकर 2 विकेट झटके और अपनी टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वैष्णवी शर्मा ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी की और 7 मैचों में 17 विकेट चटकाकर अपने नाम नया रिकॉर्ड दर्ज कर लिया. इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की मैगी क्लार्क के नाम था, जिन्होंने एक ही संस्करण में 15 विकेट लिए थे. लेकिन वैष्णवी ने फाइनल से पहले ही यह रिकॉर्ड तोड़ दिया था. उसके बाद 2 विकेट और चटकाकर इसे मजबूत कर दिया.
6⃣ Matches
1⃣7⃣ Wickets
A hat-trick to her name as well! 🙌
Congratulations to Vaishnavi Sharma – the Highest Wicket-Taker in the #U19WorldCup! 🔝 #TeamIndia pic.twitter.com/Mb9e7cfFsD---Advertisement---— BCCI Women (@BCCIWomen) February 2, 2025
कौन हैं वैष्णवी शर्मा?
वैष्णवी शर्मा मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के चंबल क्षेत्र से आती हैं. इस इलाके से पहली बार किसी महिला क्रिकेटर ने वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष किया है. उनकी सफलता में उनके माता-पिता का अहम योगदान रहा. वैष्णवी के पिता नरेंद्र शर्मा पेशे से एक ज्योतिषी हैं. उन्होंने शुरू से ही वैष्णवी के खेल का समर्थन किया. 5 साल की उम्र में ही वैष्णवी ने क्रिकेट की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी.
पहले मैच में रचा था इतिहास
वैष्णवी शर्मा ने अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप में अपने डेब्यू मैच में ही इतिहास रच दिया था. उन्होंने मलेशिया के खिलाफ अपने पहले ही मैच में हैट्रिक लेकर भारतीय क्रिकेट में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था. वह इस टूर्नामेंट में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गईं. उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 5 रन देकर 5 विकेट झटके थे.
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
वैष्णवी ने 2017 में मध्यप्रदेश की अंडर-16 टीम से घरेलू क्रिकेट में कदम रखा और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया. उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें मध्यप्रदेश की सीनियर टीम में भी मौका मिला. 2022 में वह घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज बनीं और उनके इस प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई ने उन्हें डालमिया अवॉर्ड से सम्मानित किया था. वैष्णवी भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तान भी रह चुकी हैं.
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