WI vs AUS: टेस्ट में खत्म नहीं हो रही ऑस्ट्रेलिया की ये बड़ी समस्या, 5वां खिलाड़ी भी हुआ फेल, लाबुशेन को बाहर निकालना कितना सही?
WI vs AUS: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की ओपनिंग जोड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ भी फेल हो गई. ऑस्ट्रेलिया के लिए उसकी ओपनिंग जोड़ी मुसीबत बनी हुई है. मैनजमेंट ने वॉर्नर के रिटायरमेंट के बाद से अब तक 5 खिलाड़ी को ख्वाजा के जोड़ीदार के रूप में आजमा लिया है लेकिन सफलता नहीं मिली है. पढ़ें पूरी खबर..

WI vs AUS: ऑस्ट्रेलिया टेस्ट क्रिकेट में सबसे सफल टीम है, लेकिन पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से टीम एक अलग ही समस्या से जूझ रही है. इसी समस्या के चलते ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल में साउथ अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया ने टीम में बदलाव किया और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने नए WTC संस्करण का आगाज किया लेकिन इसके बाद भी ये समस्या खत्म नहीं हुई है.
WTC फाइनल में साउथ अफ्रीका के हाथों खिताब गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम के कप्तान पैट कमिंस और मैनेजमेंट ने टीम में अहम बदलाव किया. इसके बाद टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई, लेकिन वहां भी टीम की ये समस्या पीछा नहीं छोड़ी. कप्तान के लिए ये समस्या बड़ी मुसीबत बन गई है. हम जिस समस्या की बात कर रहे हैं, वो है टीम की ओपनिंग जोड़ी.
ऑस्ट्रेलिया को अभी भी ओपनिंग जोड़ी की तलाश
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज ओपनर डेविड वॉर्नर ने 3 जनवरी, 2024 को पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मुकाबला खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. इस मुकाबले में वॉर्नर ने 34 और 57 रनों की पारी खेली थी. वॉर्नर के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम को कोई ऐसा ओपनर नहीं मिला, जो उस्मान ख्वाजा के साथ टीम को मजबूत शुरुआत दे सके और टीम की यही कमजोरी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान भी सामने आई, जिसकी वजह से कंगारू टीम को हार का सामना करना पड़ा.
किस खिलाड़ी ने ली वॉर्नर की जगह
डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने उतरी थी, जिसमें उस्मान ख्वाजा के साथ स्टीव स्मिथ ओपनिंग करने आए थे. इस सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीम दो टेस्ट मैचों की सीरीज में आमने-सामने हुईं थी. इस सीरीज में भी ख्वाजा के साथ स्मिथ ही ओपनिंग करने आए लेकिन इसके बाद टीम में फिर से बदलाव हुआ और भारत के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की (बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी) सीरीज में एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी में बदलाव देखने को मिला. भारत के खिलाफ शुरुआती 3 मुकाबलों में ख्वाजा के साझेदार के रूप में नाथन मैकस्वीनी ओपनिंग करने आए. लेकिन चौथे और पांचवें मुकाबले में मैकस्वीनी की जगह पर सैम कोनस्टास को प्लेइंग इलेवन में मौका मिला और वो ओपनिंग करने आए.
भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिली जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच चुकी थी. हालांकि, इसके बाद भी उसे श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी थी. भारत के खिलाफ सीरीज में जीत दर्ज करने के बाद टीम के मुख्य कप्तान पैट कमिंस कुछ दिन की छुट्टी पर चले गए थे और उनकी जगह श्रीलंका दौरे पर टीम की कमान अनुभवी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को दी गई. जहां उन्होंने एक नया प्रयोग किया और ख्वाजा के साथ विस्फोटक बल्लेबाज ट्रेविस हेड को ओपनिंग करने के लिए भेज दिया. हालांकि, उन्होंने पहले मैच में अर्धशतकीय पारी (57 रन) खेली. लेकिन दूसरे मुकाबले में फ्लॉप हो गए और पहली पारी में 21 और दूसरी पारी में 20 रन बनाकर आउट हो गए.
खिलाड़ी आते गए और जाते गए
श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद बारी थी जून में साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल मुकाबले की. कप्तान पैट कमिंस इसके लिए तैयारी में जुटे थे और लॉर्ड्स में होने वाले फाइनल मुकाबले में उन्होंने स्टार बल्लेबाज मार्नश लाबुशेन को उस्मान ख्वाजा के साथ ओपनिंग के लिए भेज दिया. हालांकि, कमिंस का ये दांव काम नहीं आया और मुकाबला गंवाना पड़ा. लाबुशेन ने WTC फाइनल की पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में 22 रन बनाए. हालांकि, ओपनर उस्मान ख्वाजा भी इस मैच में फ्लॉप रहे, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया के हाथ से खिताब निकल गई.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला गंवाने के बाद कप्तान और मैनजमेंट ने लाबुशेन को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया और नए सिरे से तैयारी के साथ WTC 2025-27 चक्र की शुरुआत की. इस संस्करण में टीम की पहली भिड़ंत वेस्टइंडीज के खिलाफ बारबाडोस में हुई. इस मुकाबले में ख्वाजा के साथ सैम कोनस्टास को फिर से ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई लेकिन वो यहां फेल हो गए. उन्होंने पहली पारी में 5 रन और दूसरी पारी में 3 रन बनाकर आउट हो गए.
6 सीरीज में 5 खिलाड़ी आए लेकिन सब फेल
डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद से अब तक ऑस्ट्रेलिया ने 6 टेस्ट सीरीज खेली है, जिसमें अब तक ख्वाजा के साथ ओपनिंग करने वाले 5 खिलाड़ी आए, लेकिन सब फेल हो गए. भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में आखिरी दो मैचों में ख्वाजा के साथ ओपनिंग करने वाले सैम कोनस्टास को नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में एक बार फिर से मौका मिला लेकिन वो यहां पर भी फेल हो गए, अब कप्तान पैट कमिंस के सामने ख्वाजा के मजबुत जोड़ीदार को तलाशने की बड़ी चुनौती बनी हुई है.
लाबुशेन को हटाना कितना सही?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लाबुशेन ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए उतरे थे लेकिन वो फ्लॉप रहे. उन्होंने पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में 22 रन बनाकर आउट हो गए थे. इसके बाद उनको टीम से बाहर कर दिया गया. अब सवाल ये उठता है कि आखिरी लाबुशेन को टीम से हटाना कितना सही है? लाबुशेन के टेस्ट आंकड़े को देखें तो 58 टेस्ट मैचों की 104 पारियों में उन्होंने 4435 रन बनाए हैं, जिसमें 11 शतक और 35 अर्धशतक शामिल है. हालांकि, इतने अच्छे आंकड़े होने के बाद भी उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. अब देखना होगा कि आने वाले मुकाबले में उनकी वापसी हो पाती है या नहीं.
ये भी पढ़ें:- Pathum Nissanka: श्रीलंका को मिला नया भरोसेमंद प्लेयर, बैक-टू-बैक ठोक रहा शतक, गेंदबाजों के लिए बना ‘सिरदर्द’