‘मैं हर दिन रोती थी…’ ऑस्ट्रेलिया को रौंदने के बाद जेमिमा रोड्रिग्ज का चौंकाने वाला खुलासा
Women World Cup 2025: महिला टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में 5 विकेट से रौंद इतिहास रच दिया है. इस मैच में टीम इंडिया के लिए जेमिमा रोड्रिग्ज ने ऐतिहासिक पारी खेली. मैच में के बाद उन्होंने अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया और बताया कि कैसे इन सब से जूझते हुए भी टीम को जीत दिलाने में कामयाब रही.
 
                                Women World Cup 2025: महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. भारत की बेटियों ने ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल चुनौती को धूल चटाई और फाइनल का टिकट पक्का किया. ऑस्ट्रेलिया की टीम इस टूर्नामेंट में विजय रथ पर सवार थी और ग्रुप स्टेज के सभी मैचों में जीत हासिल कर सेमीफाइनल में पहुंची थी.
इस मुकाबले में टीम इंडिया के लिए बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्ज ने रिकॉर्ड शतकीय पारी खेली और अंत तक नाबाद रहते हुए टीम को जीत दिलाई. एक विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी जेमिमा ने शानदार खेल दिखाया और 134 गेंदों में 127 रन ठोके. भारतीय टीम को शानदार जीत दिलाने के बाद जेमिमा भावुक नजर आई और उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बड़ा खुलासा किया है.
Jemimah Rodrigues the gem of a person u are 🤍 pic.twitter.com/vXWdPpc3lI
— Plow Wan (@usermodeabc) October 30, 2025
मानसिक रूप से ठीक नहीं थी जेमिमा
जेमिमा रोड्रिग्ज ने कमाल के रन चेज के बाद अपने हेल्थ को लेकर एक बड़ा खुलासा किया, जिसमें उन्होंने अपनी मेंटल हेल्थ का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “कोई भी अपनी कमजोरियों के बारे में बात नहीं करता. टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले मैं काफी परेशान थी. कुछ मैच पहले मैंने अपनी मां को कॉल किया और मैं खूब रोई क्योंकि जब आप मेंटल हेल्थ से जूझ रहे होते हैं तो चीजें आपके लिए काफी मुश्किल होती हैं. इन दिनों में मेरे माता पिता ने पूरा साथ दिया. अरुंधति के सामने लगभग हर दिन रोई हूं.”
‘शांत रहने की सोच रही थी’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस बेहतरीन पारी के बाद जेमिमा रोड्रिग्स ने विश्व कप के नॉकआउट मुकाबलों में शतक जड़ने वाली दूसरी खिलाड़ी भी बन गई हैं. मेंटल हेल्थ से जूझने के बावजूद उन्होंने जिस तरह की बल्लेबाजी की उससे हर भारतीय का दिल गदगद हो रहा है. मैच के दौरान वो क्या सोच रही थी इसको लेकर उन्होंने कहा, “शरुआती पलों में मैं बस गेम खेल रही थी और लगातार खुद से बात कर रही थी. जब मैच अपने आखिरी ओवरों में पहुंचा तो मैंने बस शांत रहने की कोशिश की क्योंकि मुझे भरोसा था कि ऊपर वाला मेरे साथ है. मेरे अंदर बहुत कुछ था और मैं अपने आप से ही लड़ रही थी.”

 
 
