WTC Final 2025: 27 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार साउथ अफ्रीका का ICC ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा हो गया. 14 जून को लॉर्ड्स के मैदान पर साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का खिताब अपने नाम किया. इस ऐतिहासिक जीत के साथ ही प्रोटियाज टीम ने ‘चोकर्स’ का दाग हटाकर ‘वर्ल्ड चैंपियन’ का टैग हासिल कर लिया.
टेम्बा बावुमा ने जैसे ही टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी उठाई, वो सिर्फ साउथ अफ्रीका की 15 सदस्यीय टीम की जीत नहीं, बल्कि ये उस हर खिलाड़ी की जीत थी जो 1992 से इस महान प्रोटियाज टीम का हिस्सा रहा है. शॉन पोलक, ग्रीम स्मिथ और एबी डिविलियर्स जैसे दिग्गज मैदान पर मौजूद थे और इस ऐतिहासिक लम्हे के गवाह बने. ये उनके पूरे देश के लिए इमोशनल मोमेंट था.
डेल स्टेन भी नहीं रोक पाए आंसू
साउथ अफ्रीका ने आखिरी बार 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, लेकिन तब उसे ICC ट्रॉफी का दर्जा नहीं मिला था. तब वो “विल्स इंटरनेशनल कप” के नाम से जानी जाती थी. इसलिए ऑस्ट्रेलिया को हराकर WTC फाइनल में जीतना, उनके लिए पहली असली ICC ट्रॉफी जीतने जैसा था और ये पल हर प्रोटियाज लीजेंड के लिए बेहद खास था. हर कोई इमोशनल हो गया था. केशव महाराज तो उस वक्त रोने लगे जब काइल वेरिन ने विनिंग शॉट मारा और ग्रीम स्मिथ उनका इंटरव्यू लेने पहुंचे.
सिर्फ वो ही नहीं, साउथ अफ्रीका के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाजों में से एक डेल स्टेन भी टीवी पर आकर अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं रख पाए. जब उन्होंने अपनी पुरानी प्रोटियाज कैप उठाई और 2015 वर्ल्ड कप के उस दर्दनाक हार को याद किया, तो वो बोल भी नहीं पाए और कैमरे पर ही रो पड़े. स्टार स्पोर्ट्स के सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो ने हर फैन की आंखें नम कर दीं. इसमें डेल स्टेन कैमरे के सामने अपने जज़्बातों से जूझते दिखे.
Tears of joy from #DaleSteyn 🥺
— Star Sports (@StarSportsIndia) June 15, 2025
He witnessed the heartbreak, lived through the near-misses and now, he saw history being made as South Africa lifted their second ICC trophy after 27 years. 🏆🇿🇦#WTC25 #SouthAfrica #Champions pic.twitter.com/UYvSWJT4Zb
‘मुझे बहुत गर्व है’
डेल स्टेन कुछ बोलना चाह रहे थे, लेकिन आंसू रोक नहीं पाए. आंखें पोंछते हुए वो कुछ देर तक चुपचाप बैठे रहे. आखिरकार जब उन्होंने बोलना शुरू किया तो कहा, “आप क्या करें? आप क्या कहें? ये लम्हा अविश्वसनीय है. मैं घर पर बैठा हूं, मेरे पास मेरी पुरानी टेस्ट कैप है… मुझे बहुत गर्व है.” इतना कहने के बाद वो फिर से भावुक हो गए. उन्होंने अपनी प्रोटियाज टेस्ट कैप कैमरे की तरफ उठाई और कुछ पल तक बस चुप रहे. उस खामोशी में भी एक गहराई थी.
स्टेन ने आगे कहा, “मैं अब अपने बेटे को टहलाने ले जाऊंगा… और ज़िंदगी फिर से चलती रहेगी.” उनके शब्दों से साफ था कि ये जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, एक अधूरी कहानी का पूरा होना था. इससे पहले केशव महाराज और कप्तान टेम्बा बावुमा को भी जीत के बाद मैदान पर आंसू बहाते देखा गया था.
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