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Kho Kho World Cup 2025 में भारत बना चैंपियन, महिला-पुरुष दोनों टीमों ने मारी बाजी

Kho Kho World Cup 2025: टीम इंडिया ने रविवार को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पहला खो-खो विश्व कप 2025 का खिताब जीतकर खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. पढ़ें पूरी खबर..

Kho Kho World Cup 2025

Kho-Kho World Cup 2025: गति, रणनीति और कौशल का शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया ने रविवार को इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पहला खो-खो विश्व कप 2025 का खिताब जीतकर खेल इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. कप्तान प्रतीक वाइकर और टूर्नामेंट के स्टार खिलाड़ी रामजी कश्यप के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल के खिलाफ फाइनल में 54-36 से जीत दर्ज की.

वहीं भारतीय महिला खो खो टीम ने फाइनल में नेपाल पर दबदबा बनाते हुए 78-40 के शानदार स्कोर के साथ जीत दर्ज की.

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भारत को मात्र 4 मिनट में दिलाए 10 अंक

पहले आक्रमण करते हुए, रामजी कश्यप ने एक असाधारण स्काईडाइव के साथ नेपाल के सूरज पुजारा को पछाड़ दिया. इसके बाद सुयश गरगेट ने भरत साहू को पछाड़कर भारत को मात्र 4 मिनट में 10 अंक दिलाए. स्काईडाइविंग ही मेन इन ब्लू के लिए खेल का नाम था और इसने टर्न 1 में टीम के लिए एक शानदार शुरुआत सुनिश्चित की, जिससे उनके विरोधियों को ड्रीम रन से रोका जा सका. मैच के अंत में स्कोर भारतीयों के पक्ष में 26-0 था – जो टीम के लिए एक बेहतरीन शुरुआत थी.

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टर्न 2 में नेपाल ने रन बनाने से रोका

टर्न 2 में नेपाल टीम इंडिया के स्तर की बराबरी तो नहीं कर पाई, लेकिन टीम को एक भी ड्रीम रन से रोक दिया. आदित्य गणपुले और कप्तान प्रतीक वाईकर ने टीम को इस टर्न में आगे बढ़ाया और जनक चंद और सूरज पुजारा जैसे खिलाड़ियों के लगातार टच के बावजूद टीम ने दूसरे हाफ में 26-18 की बढ़त हासिल की. ​​

टर्न 3 में लय में दिखा भारतीय टीम

टर्न 3 में भारत पूरी तरह से लय में था और पूरे समय उसने अटूट आत्मविश्वास दिखाया. कप्तान प्रतीक वाईकर ने कई स्काईडाइव के साथ मैट पर चमक बिखेरी और टूर्नामेंट के एक और स्टार रामजी कश्यप का साथ मिला. आदित्य गणपुले भी अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे और टीम के सामूहिक प्रयास ने स्कोर को 54-18 तक पहुंचा दिया और मैच के अंतिम टर्न में प्रवेश किया.

टर्न 4 में नेपाल ने दी कड़ी टक्कर

नेपाल ने टीम इंडिया के खिलाफ वापसी करने के लिए टर्न 4 में कड़ी टक्कर दी. लेकिन डिफेंडर्स, एक बार फिर प्रतीक वाईकर और इस बार सचिन भार्गो – जिन्हें प्यार से चिंगारी के नाम से जाना जाता है – के नेतृत्व में बहुत मजबूत साबित हुए. मेहुल और सुमन बर्मन भी उतने ही प्रभावशाली थे, और इसने टीम इंडिया के लिए एक बहुत ही योग्य ट्रॉफी को सील कर दिया क्योंकि फाइनल के अंत में स्कोर 54-36 था.

पूरे टूर्नामेंट में दिखा भारत का दबदबा

चैंपियनशिप तक टीम का सफर किसी भी मायने में शानदार रहा. भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा दिखाया, जिसकी शुरुआत ग्रुप स्टेज में ब्राजील, पेरू और भूटान पर जीत से हुई. नॉकआउट राउंड तक उनकी गति जारी रही, जहां उन्होंने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को हराया और फिर सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका की मजबूत टीम को हराया.

इन खिलाड़ियों को मिला अवॉर्ड

मैच का सर्वश्रेष्ठ अटैकर: सुयश गरगेट (भारत)
मैच का सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर: रोहित बर्मा (भारत)
मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: मेहुल (भारत)

भारतीय महिला ने भी मारी बाजी

भारत की महिला खो खो टीम ने नेपाल को शानदार तरीके से हराकर 78-40 के बड़े अंतर से जीत दर्ज की. मैच में भारत की अंशु कुमारी को बेस्ट अटैकर का खिताब मिला, जबकि नेपाल की मन्मति धानी को बेस्ट डिफेंडर चुना गया. चैतरा बी को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया.

भारतीय महिला टीम की जबरदस्त शुरुआत

पहले टर्न में भारतीय आक्रमणकर्ताओं ने जबरदस्त शुरुआत की. शुरुआती तीन बैचों में ही नेपाल की टीम को सात बार साधारण टच से आउट किया गया, जिससे भारत ने 14 अंक जुटा लिए. कप्तान प्रियांका इंगले ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कई टच पॉइंट हासिल किए और भारत ने शुरुआती दौर में शानदार बढ़त बनाते हुए 34 अंक जुटाए. नेपाल की टीम एक भी ड्रीम रन करने में असफल रही.

दूसरे टर्न में मन्मति धामी ने वैष्णवी पवार को आउट किया, जबकि समझना बी ने प्रियांका इंगले को पवेलियन भेजा. हालांकि, भारत की चैतरा बी ने अपने पहले बैच में ड्रीम रन का कारनामा किया. लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं चला, क्योंकि कुछ ही देर बाद दीपा ने ऑल आउट कर दिया. इससे नेपाल को खेल में वापसी का मौका मिला, लेकिन वे केवल 24 अंक ही बना सके. इस तरह हाफ टाइम तक नेपाल 11 अंकों से पीछे था.

तीसरे टर्न में भारतीय टीम ने फिर से दबदबा बनाया और नेपाल के डिफेंडर्स को टिकने का मौका ही नहीं दिया. नेपाल की ओर से दीपा बीके ने लगातार अच्छा प्रयास किया, लेकिन उनका प्रदर्शन व्यर्थ गया. भारत की टीम ट्रॉफी के और करीब पहुंच गई.

चैथरा बी भारत के लिए ड्रीम रन की संचालक थीं, जिन्होंने टर्न 4 में स्कोर को 78 अंकों तक पहुंचाया. उनका बैच 5 मिनट और 14 सेकंड तक चला, जिसके साथ भारत ने खेल समाप्त कर दिया और खो-खो विश्व कप 2025 के पहले चैंपियन के रूप में अपनी पुष्टि की.

भारत ने इस ऐतिहासिक खिताब तक पहुंचने के लिए ग्रुप स्टेज में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की. इसके बाद क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर फाइनल में जगह बनाई. यह ऐतिहासिक जीत न केवल भारत को पहला विश्व चैंपियन बनाती है, बल्कि इस देशी खेल को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान भी दिलाती है.

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Written By

Vikash Jha


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