भारत के दिग्गज जैवलिन थ्रोअर और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में आयोजित पॉटच इनविटेशनल मीट में 84.52 मीटर की थ्रो के साथ शानदार अंदाज़ में अपने 2025 सीजन की शुरुआत की. यह प्रतियोगिता मैकआर्थर स्टेडियम में हुई, जहां करीब पांच साल पहले नीरज ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालिफाई किया था.
स्थानीय खिलाड़ियों को पछाड़ कर हासिल किया पहला स्थान
नीरज चोपड़ा ने घरेलू खिलाड़ियों डौव स्मिट और डंकन रॉबर्टसन को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान प्राप्त किया. डौव स्मिट ने 82.44 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर रहे, जबकि डंकन रॉबर्टसन 71.22 मीटर के प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे. इस छह खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धा में सिर्फ नीरज और स्मिट ही 80 मीटर से अधिक थ्रो कर सके.
89.94 मीटर है नीरज का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
हालांकि पोटचेफस्ट्रूम में नीरज का प्रदर्शन उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.94 मीटर से थोड़ा कम रहा, जो उन्होंने 2022 में स्टॉकहोम डायमंड लीग में हासिल की थी. बावजूद इसके, उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि वे विश्व स्तर के खिलाड़ी हैं.
अलग अंदाज में की सीज़न की शुरुआत
पिछले वर्षों की परंपरा से अलग इस बार नीरज ने सीज़न की शुरुआत दोहा डायमंड लीग के बजाय पोटचेफस्ट्रूम से की है. 2023 और 2024 में उन्होंने अपने एथलेटिक्स सीज़न की शुरुआत दोहा से की थी. हालांकि, 16 मई को वह एक बार फिर दोहा डायमंड लीग में हिस्सा लेते नजर आएंगे.
नई कोचिंग टीम के साथ पहली प्रतियोगिता
यह टूर्नामेंट नीरज चोपड़ा के लिए और भी खास रहा क्योंकि यह उनकी नई कोचिंग टीम के तहत पहला मुकाबला था. अब वह चेक गणराज्य के दिग्गज और तीन बार के ओलंपिक चैंपियन जान जेलेजनी की देखरेख में ट्रेनिंग कर रहे हैं. जेलेजनी जैवलिन थ्रो के विश्व रिकॉर्ड होल्डर भी रह चुके हैं, और उनके मार्गदर्शन में नीरज का खेल और निखरने की उम्मीद है.
पिछली बार डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे थे नीरज
पोटचेफस्ट्रूम में हुई यह प्रतियोगिता नीरज की उस हार के बाद पहली प्रतिस्पर्धा थी, जिसमें वह 2024 डायमंड लीग फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे थे. इस बार उनका लक्ष्य होगा लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियनशिप में अपने खिताब की रक्षा करना.
टोक्यो में फिर इतिहास रचने की तैयारी
2025 का एथलेटिक्स सीज़न नीरज के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है क्योंकि इस साल विश्व चैंपियनशिप का आयोजन टोक्यो के उसी नेशनल स्टेडियम में होगा, जहां उन्होंने 2020 में ओलंपिक गोल्ड जीता था. अब वह अपने वर्ल्ड टाइटल को बचाने उतरेंगे.
पाकिस्तान के अर्शद नदीम से मिलेगी चुनौती
इस बार उनके सामने पाकिस्तान के अर्शद नदीम एक बार फिर बड़ी चुनौती बनकर सामने आ सकते हैं. नदीम ने पेरिस 2024 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि नीरज को रजत से संतोष करना पड़ा था. दिलचस्प बात यह है कि 2023 की वर्ल्ड चैंपियनशिप में नदीम को नीरज के पीछे रहकर सिल्वर से संतोष करना पड़ा था.
मई में भारत में भी करेंगे जैवलिन इवेंट में शिरकत
नीरज मई महीने में भारत में होने वाले एक वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर जैवलिन इवेंट में भी भाग लेंगे, जहां घरेलू प्रशंसकों को उन्हें लाइव देखने का अवसर मिलेगा.
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