Malaysia Masters 2025: भारतीय बैडमिंटन स्टार और वर्ल्ड चैंपियनशिप सिल्वर मेडलिस्ट किदांबी श्रीकांत मलेशिया मास्टर्स 2025 का खिताब अपने नाम नहीं कर पाए. रविवार को कुआलालंपुर के बुकित जलिल में हुए फाइनल मुकाबले में उन्हें चीन के ली शी फेंग के हाथों सीधा सेटों में 11-21, 9-21 से हार झेलनी पड़ी.
यह श्रीकांत के करियर का पहला फाइनल था जो उन्होंने छह साल बाद खेला, लेकिन खिताबी जीत हासिल नहीं कर सके. आखिरी बार उन्होंने 2019 में इंडिया ओपन के फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन तब भी उपविजेता रहे थे.
लंबा सफर, कई यादगार लम्हे
हालांकि श्रीकांत ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. वे 2022 में थॉमस कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे, इसके अलावा 2021 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर, कॉमनवेल्थ गेम्स में चार मेडल, और 2022 एशियन गेम्स में टीम सिल्वर भी उनके नाम है.
बैडमिंटन संघ ने क्या कहा?
भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) ने भी सोशल मीडिया पर श्रीकांत के प्रदर्शन की सराहना करते हुए लिखा, “हो सकता है कि वह खिताब से चूक गए हों, लेकिन ने कुछ और गहरा पाया है – विश्वास, भूख और एक चिंगारी जो भारतीय बैडमिंटन को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है. 6 साल बाद फाइनल में पहुंचकर उन्होंने खुद को याद दिलाया कि वे कौन हैं. यह किसी बड़े और बेहतर सफर की शुरुआत हो सकती है. चलो आगे बढ़ते हैं.”
He may have missed the title, but @srikidambi rediscovered something deeper — belief, hunger, and a spark that could lift Indian🇮🇳 badminton to new heights. 🔥
— BAI Media (@BAI_Media) May 25, 2025
After 6 years, he didn’t just reach a final — he reminded himself who he truly is.
Surely this is the start of… pic.twitter.com/I21aBs52IL
शानदार सेमीफाइनल और क्वार्टरफाइनल जीत
वर्तमान में विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर मौजूद श्रीकांत ने सेमीफाइनल में जापान के यूशी तनाका को कड़ी टक्कर देते हुए 21-18, 24-22 से हराया. यह मुकाबला 49 मिनट चला और श्रीकांत की साल 2025 में पहली सेमीफाइनल एंट्री थी. क्वार्टरफाइनल में उन्होंने फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव को हराया. यह मुकाबला करीब 1 घंटे 14 मिनट तक चला, जिसमें श्रीकांत ने जबरदस्त जुझारूपन दिखाते हुए 24-22, 17-21, 22-20 से जीत दर्ज की.
अब निगाहें भविष्य पर
हालांकि मलेशिया मास्टर्स की ट्रॉफी नहीं मिल सकी, लेकिन श्रीकांत का आत्मविश्वास और खेल का स्तर वापसी की ओर इशारा कर रहा है. फैंस को उम्मीद है कि यह फाइनल एक नई शुरुआत का संकेत है और श्रीकांत आने वाले टूर्नामेंट्स में बेहतर प्रदर्शन के साथ वापसी करेंगे.
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