आगामी ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (GI-PKL) के लिए राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण में जुट गए हैं. इस लीग में मिस्र, केन्या, अर्जेंटीना, ताइवान और पोलैंड जैसे देशों के खिलाड़ियों की भागीदारी देखने को मिलेगी. खिलाड़ियों के ड्राफ्ट से पहले, पुरुष और महिला खिलाड़ी अपनी तैयारियों को तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं.
प्रमुख खिलाड़ियों में साविन नरवाल, संदीप कंडोला, अजय कुमार और कपिल नरवाल जैसे नाम शामिल हैं, जो अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता जैसे एम. अनीता, इंद्रा रोहिणी, अरुल संथिया और सेल्वर रेबिक्षा ने भी अपने-अपने राज्यों में अभ्यास सत्र शुरू कर दिए हैं.
अपने कौशल को निखार रहे हैं खिलाड़ी
साविन नरवाल, जो वर्तमान में भारतीय सेना में रायफलमैन के पद पर रांची में तैनात हैं, अपनी बटालियन के साथ कबड्डी कौशल को निखार रहे हैं. साविन, जो कई कबड्डी लीग में हिस्सा ले चुके हैं, GI-PKL में खेलने को लेकर काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, “ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग के लिए प्रशिक्षण बहुत अच्छे से चल रहा है. मैं कैंपस में आयोजित फ्रेंडली कबड्डी मैचों में खेलने के लिए भी उत्सुक हूं. GI-PKL के लिए मैं बेहद उत्साहित हूं.”
इसी उत्साह को साझा करते हुए कपिल नरवाल ने कहा, “मैं GI-PKL का हिस्सा बनने के लिए बेहद उत्साहित हूं. मैं पहले भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेल चुका हूं और इस बार भी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार हूं.”
महिला खिलाड़ियों में एम. अनीता ने कहा, “GI-PKL का हिस्सा बनकर मैं बहुत रोमांचित हूं. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना मेरे लिए सीखने और अलग-अलग खेलने की शैलियों को समझने का शानदार अनुभव होगा.”
खिलाड़ियों से सीखने के लिए उत्साहित हूं- अरुल संथिया
अरुल संथिया ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक अद्भुत अनुभव है कि एक ऐसी लीग का हिस्सा बन रही हूं जो दुनियाभर के खिलाड़ियों को एक मंच पर ला रही है. मैं रणनीतियों को साझा करने और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से सीखने के लिए उत्साहित हूं. यह अनुभव निश्चित रूप से मेरे खेल को और निखारेगा.”
HIPSA के अध्यक्ष कांति डी. सुरेश ने क्या कहा?
होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (HIPSA) के अध्यक्ष कांति डी. सुरेश ने खिलाड़ियों की भागीदारी और उत्साह पर बात करते हुए कहा, “GI-PKL को लेकर खिलाड़ियों और दर्शकों में जो उत्साह है, वह कबड्डी की बढ़ती लोकप्रियता और खेल की शक्ति को दिखाता है, जो संस्कृतियों को जोड़ने और बाधाओं को तोड़ने का काम करता है. वैश्विक और घरेलू खिलाड़ियों की भारी प्रतिक्रिया हमारे इस विज़न को दर्शाती है कि हम कबड्डी के लिए एक समावेशी और गतिशील मंच बनाना चाहते हैं.”
GI-PKL के पहले सीजन में कुल 12 टीमें होंगी- 6 महिलाओं की टीमें और 6 पुरुषों की टीमें- जो भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता का प्रतिनिधित्व करेंगी. टीमों के नाम क्षेत्रीय पहचान को ध्यान में रखते हुए रखे गए हैं.
महिलाओं की टीमें: मराठी फाल्कन्स, भोजपुरी लेपर्डेस, तेलुगु चीता, तमिल लायनेस, पंजाबी टाइग्रेस और हरियाणवी ईगल्स.
पुरुषों की टीमें: मराठी वल्चर, भोजपुरी लेपर्ड्स, तेलुगु पैंथर्स, तमिल लायंस, पंजाबी टाइगर्स और हरियाणवी शार्क्स.
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