Neeraj Chopra: भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने आगामी डाइमंड लीग से पहले अपने खेल को लेकर बड़ा खुलासा किया है. नीरज को पूरा भरोसा है कि वह अपने नए कोच यान जेलेजनी की मदद से जल्द ही 90 मीटर का आंकड़ा पर कर लेंगे.
उन्होंने कहा है कि उनके कोच जेलेजनी ने उनकी तकनीकी कमजोरियों की पहचान कर ली है और अब वह 90 मीटर के आंकड़े को छूने के लिए अपनी थ्रो तकनीक में बदलाव करेंगे.
90 मीटर थ्रो से इतिहास रचने की तैयारी
नीरज चोपड़ा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अब तक 89.94 मीटर का रहा है, जो उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022 में हासिल किया था. अब उनका लक्ष्य 90 मीटर पार करना है. उनका आगामी सीजन मई में डाइमंड लीग से शुरू होगा, जहां वह पहली बार जेलेजनी के साथ मैदान पर उतरेंगे.
नीरज चोपड़ा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि, “मेरा मानना है कि 90 मीटर थ्रो जल्द ही संभव होगा. कोच जेलेजनी ने मेरे खेल तकनीक में कुछ बदलाव किए हैं, जिससे मुझे मदद मिलेगी.” उन्होंने आगे कहा कि, “पेरिस में भाला फेंकते समय उनका झुकाव बाईं ओर था और वे भाला बहुत नीचे फेंक रहे थे.” अब इस कमजोरी को दूर करने के लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
भारत के लिए पदक जीतना लक्ष्य
27 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने जर्मन बायोमैकेनिक्स विशेषज्ञ डॉ क्लॉस बार्टोनिट्ज के मार्गदर्शन में टोक्यो 2020 ओलंपिक में स्वर्ण पदक और पेरिस 2024 ओलंपिक में रजत पदक जीता था. हालांकि, नीरज ने यह भी कहा कि 90 मीटर पार करने से ज्यादा जरूरी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में पदक जीतना है.
उन्होंने कहा, “अगर हर कोई 90 मीटर से ज्यादा भाला फेंकता है और फिर भी आपको जीत नहीं मिलती, तो इसका कोई फायदा नहीं. मेरा लक्ष्य सिर्फ 90 मीटर फेंकना नहीं, बल्कि पदक जीतना भी है.”
कौन हैं यान जेलेजनी?
नीरज चोपड़ा के नए कोच यान जेलेजनी तीन बार के ओलंपिक चैंपियन हैं और उनके नाम भाला फेंक का विश्व रिकॉर्ड (98.48 मीटर) दर्ज है, जो उन्होंने 1996 में जर्मनी में जेना जीस में हासिल किया था. नीरज से पहले जेलेजनी, चेकिया के टोक्यो 2020 के रजत पदक विजेता जैकब वाडलेज्च और कांस्य पदक विजेता विटेजस्लाव वेस्ली के कोच रह चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने दो बार की ओलंपिक और तीन बार की विश्व चैंपियन बारबोरा स्पॉटाकोवा को भी ट्रेनिंग दी है.
ग्रोइन चोट पर भी बोले नीरज
नीरज चोपड़ा ने अपनी ग्रोइन चोट (कमर में खिंचाव) पर भी बात की, जिसने पिछले साल उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया था. उन्होंने प्राग में कोच जेलेजनी द्वारा सुझाए गए डॉक्टर से परामर्श लिया. उन्होंने बताया कि, “ग्रोइन की चोट काफी समय से समस्या बनी हुई थी, जिससे मेरी तकनीक 100% नहीं थी. डॉक्टर ने कुछ विशेष व्यायाम सुझाए हैं और मैं उन पर काम कर रहा हूं.”
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