What is Hockey stick: किसने बनाई थी पहली हॉकी स्टिक? जानिए इसका वजन और लंबाई
What is Hockey stick: अगर आपके दिमाग में भी हॉकी स्टिक को लेकर सवाल कौंध रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है. यहां हॉकी स्टिक से जुड़े कई सवालों के जवाब मिलेंगे. जैसे हॉकी स्टिक क्या है, हॉकी स्टिक कैसी होती है, इसकी लंबाई और वजन कितना होता है, पढ़िए नीचे विस्तार से…
What is Hockey stick: हॉकी हमारे देश का राष्ट्रीय खेल माना जाता है. इस खेल में भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास की सबसे सफल टीम है. हमने 8 गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज जीते हैं. हॉकी में भारत ने साल 1928 से 1956 तक स्वर्णिम दौर देखा और लगातार 6 गोल्ड मेडल जीते. भारत ने इस खेल में कई महान खिलाड़ी दिए, जिनमें हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद, बलबीर सिंह सीनियर और धनराज पिल्लै शामिल हैं. इन दिग्गजों ने पूरी दुनिया में अलग पहचान बनाई. जिस स्टिक के दम पर यह खिलाड़ी लीजें बने, उसके बारे में आप कितना जानते हैं? इस आर्टिकल में हमने हॉकी स्टिक से जुड़े तमाम सवालों के जवाब देने की कोशिश की है. आइए नीचे विस्तार से जान लेते हैं.
हॉकी स्टिक क्या है?
जिस तरह क्रिकेट में बल्ला होता है, ठीक वैसे ही हॉकी में स्टिक होती है. यह इस खेल का अहम उपकरण है, जिसके बिना हॉकी की कप्लना भी नहीं की जा सकती. गेंद को हिट करने, पास करने और गोल करने के लिए इसी स्टिक का यूज किया जाता है. हॉकी स्टिक की बनावट घुमावदार होती है, जिसका एक सिरा चपटा होता है, जो अंग्रेजी अक्षर J के आकार की तरह होते हैं, उसी से गेंद को हिट किया जाता है.
हॉकी स्टिक की लंबाई और वजन
लंबाई– हॉकी स्टिक की लंबाई 105 सेमी तक हो सकती है.
वजन– स्टिक का वजन 737 ग्राम से अधिक नहीं हो सकता.
गेंद का वजन और परिधि- हॉकी में उपयोग की जाने वाली गेंद 156 से 163 ग्राम वजन की होती है और इसकी परिधि 22.4 से 23.5 सेमी तक होती है.
कैसे बनाई जाती है हॉकी स्टिक?
बताया जाता है कि सबसे पहली हॉकी स्टिक शहतूत की लकड़ी से बनाई गई थी. आज की हॉकी स्टिक फाइबरग्लास, कार्बन और अरामिड फाइबर से मिलकर बनाई जाती है. ये मटीरियल स्टिक को मजबूत, हल्का और टिकाऊ बनाते हैं. स्टिक का निचला हिस्सा घुमावदार होता है और इसका बायां भाग सपाट होता है, ताकि गेंद को आसानी से हिट किया जा सके.
हॉकी स्टिक कितने तरह की होती है?
फील्ड हॉकी स्टिक– ये सबसे सामान्य स्टिक है, जो मैदान पर यूज होती है.
गोलकीपर स्टिक– गोलकीपर की स्टिक का डिजाइन थोड़ा अलग होता है. स्टिक के सिरों पर अतिरिक्त वक्र (curve) दिया जाता है, ताकि गेंद को ब्लॉक करने का ज्यादा क्षेत्र मिल सके. हॉकी स्टिक की लंबाई खिलाड़ी की ऊंचाई के अनुसार चुनी जाती है. स्टिक की ऊंचाई खिलाड़ी के कूल्हे तक होनी चाहिए, ताकि खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सके.
हॉकी स्टिक का आविष्कार कहां हुआ था?
माना जाता है कि 1800 के दशक में कनाडा के नोवा स्कोटिया में हॉकी स्टिक का आविष्कार हुआ था. इसे मीकमाह समुदाय द्वारा तैयार किया गया था, जिन्होंने हॉर्नबीम के पेड़ की लकड़ी से पहली कॉमर्शियल हॉकी स्टिक बनाई थी.