Arshdeep Singh: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह आज टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका यहां तक का सफर काफी इंस्पायर करने वाला है. उन्होंने टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष किया है, जिसमें उनके माता-पिता ने काफी महत्वूर्ण भूमिका निभाई है. अर्शदीप ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है कि जब उनका स्कूल और क्रिकेट एकेडमी करीब 15 किलोमीटर दूर थी तो कैसे उनकी मां उन्हें छोड़ने और लेने आती थी. उन्होंने कहा, “क्रिकेट एकेडमी 15 किलोमीटर दूर थी. बस में ट्रैवल करना बड़ा मुश्किल था. कई बार गिरने का डर रहता था. सर्दियों में मुश्किल और बढ़ जाती थी. घरवालों ने साइकिल दिलवाई.”
अर्शदीप ने आगे कहा कि पापा कहते थे तेरी थाई बन जाएगी. मैं दिन में 28-30 किलोमीटर साइकिल चलाता था, प्रैक्टिस अलग करता था. रोजाना कारों से मुकाबला करता था. मम्मी मुझे साइकिल पर छोड़ने आती रही हैं. एक दिन मैंने मम्मी से कहा कि इतनी फिटनेस मेरी नहीं, जितनी आपकी हो गई. उन्होंने कहा कि पहली बार जब बड़ा चेक आया, तो मम्मी-पापा से पूछा क्या लेकर आऊं, तो वह कुछ नहीं बोले. इसके बाद मम्मी ने जॉइंट अकाउंट करवा लिया. बिना पूछे अब उनके खाते में ही जा रहा है. अधिक जानकारी के लिए वीडियो देखें.