इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में लगातार पांच मुकाबलों में हार झेल चुकी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) अब हर हाल में वापसी करना चाहेगी. उन्हें अगली चुनौती मिल रही है लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से, जो जीत की हैट्रिक लगाकर आत्मविश्वास से भरपूर है. मुकाबला लखनऊ के घरेलू मैदान पर होगा, जहां एलएसजी ने लगातार दो मैच जीतकर दबदबा कायम किया है. ऐसे में यह मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है.
पूरन को थाम सकते हैं ये गेंदबाज
निकोलस पूरन ने इस सीजन में अब तक जबरदस्त बल्लेबाजी की है और वो लीग के टॉप स्कोरर में शामिल हैं. लेकिन चेन्नई के कुछ गेंदबाजों के सामने उनका प्रदर्शन फीका रहा है. आर अश्विन, नूर अहमद, और मतीशा पथिराना ऐसे नाम हैं, जिन्होंने पहले पूरन को परेशान किया है. अश्विन के खिलाफ 8 पारियों में पूरन ने सिर्फ 40 रन बनाए और तीन बार आउट हुए. नूर अहमद के सामने उनका औसत महज 6.5 का है, और स्ट्राइक रेट सिर्फ 50. पथिराना ने तो उन्हें पांच में से चार बार आउट कर दिया है. इन आंकड़ों से साफ है कि चेन्नई यदि पूरन को जल्दी रोक पाती है, तो मुकाबले में पकड़ बना सकती है.
राठी की स्पिन से बढ़ सकती है मुश्किल
एलएसजी के युवा स्पिनर दिग्वेश राठी ने इस सीजन में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने 6 मैचों में 8 विकेट लिए हैं. सबसे खास बात उनका 76.4% कंट्रोल रहा है, जो यह दर्शाता है कि वह लगातार सटीक लाइन और लेंथ पर गेंद डाल रहे हैं. स्पिन के खिलाफ जूझ रही सीएसके के लिए राठी बड़ी चुनौती बन सकते हैं.
पावरप्ले और मिडिल ओवर्स चिंता का विषय
चेन्नई की बल्लेबाजी शुरुआत से ही धीमी रही है. पावरप्ले में उनकी रन रेट 7.5 है, जो इस सीजन की सबसे कम है.साथ ही, वो इस चरण में विकेट भी खो रहे हैं, जिससे दबाव और बढ़ जाता है. मिडिल ओवर्स (ओवर 7 से 16) में भी हालात बेहतर नहीं हैं. सीएसके ने इस अवधि में सबसे कम छक्के (सिर्फ 14) लगाए हैं. बाउंड्री के लिए सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का मतलब है कि स्ट्राइक रोटेशन में भी परेशानी है.
स्पिन के सामने लड़खड़ा रही है पूरी टीम
आईपीएल 2025 में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ चेन्नई का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है. उन्होंने बाकी टीमों की तुलना में स्पिन के खिलाफ छह विकेट ज्यादा गंवाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 119 है- जो इस सीजन का सबसे कम है. पूरी बैटिंग लाइन-अप में रचिन रविंद्र, शिवम दुबे, और विजय शंकर ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका स्ट्राइक रेट 130 से ऊपर है. बाकी बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जिससे उनकी बल्लेबाजी और भी दबाव में आ जाती है.
जीत की भूखी सीएसके बनाम आत्मविश्वास से भरी एलएसजी
इस मुकाबले में चेन्नई को ना सिर्फ जीत दर्ज करनी है, बल्कि अपनी बल्लेबाजी की खामियों को भी जल्द सुधारना होगा. दूसरी ओर, एलएसजी की फॉर्म और घरेलू मैदान का फायदा उसे थोड़ा आगे रखता है. मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. क्या चेन्नई वापसी करेगी या लखनऊ की लय जारी रहेगी?
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