भारत ने एशिया के सबसे प्रतिष्ठित फुटबॉल टूर्नामेंट 2031 एएफसी एशियन कप की मेजबानी के लिए आधिकारिक तौर पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने एशियाई फुटबॉल परिसंघ (AFC) को इस बाबत दिलचस्पी पत्र यानी ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (EOI) भेजा है.
एआईएफएफ के उप महासचिव एम. सत्यनारायन ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “हां, हमने 2031 एशियन कप की मेजबानी के लिए EOI जमा कर दिया है. अब देखते हैं आगे क्या होता है.”
इन देशों ने मेजबानी में दिखाई रुचि
AFC द्वारा तय 31 मार्च की समयसीमा से पहले कुल सात देशों की फुटबॉल संस्थाओं ने मेजबानी में रुचि दिखाई है. भारत को इस दौड़ में ऑस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसी अनुभवी मेजबानों से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा इंडोनेशिया और कुवैत ने भी अलग-अलग अपनी दावेदारी पेश की है, जबकि किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने मिलकर एक संयुक्त बोली (Joint Bid) दाखिल की है.
पहले भी लगाई थी मेजबानी की बोली
भारत ने इससे पहले 2022 में भी 2027 एशियन कप की मेजबानी के लिए बोली लगाई थी, लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया गया था. अब 2031 के टूर्नामेंट को लेकर एआईएफएफ एक बार फिर से पूरी तैयारी के साथ आगे आया है. देश में हाल के वर्षों में फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप (महिला और पुरुष), इंडियन सुपर लीग (ISL) और कई अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन के अनुभव को देखते हुए भारत की दावेदारी को कमतर नहीं आंका जा सकता.
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