Dilip Doshi: जब टूटे पैर के साथ की थी गेंदबाजी, घुटने टेकने पर मजबूर हो गए थे ऑस्ट्रेलियाई
Dilip Doshi: पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप दोषी का निधन हो गया. वो 77 साल के थे और हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे. लंदन में उन्होंने आखिरी सांस ली. भारत के लिए उन्होंने 33 टेस्ट मुकाबले खेले थे. पढ़ें पूरी खबर...

Dilip Doshi: आज के समय में जिस उम्र में क्रिकेटर संन्यास की ओर बढ़ते हैं, साल 1979 में उस उम्र में एक खिलाड़ी 32 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था. इस उम्र में डेब्यू करने के बाद भी इस खिलाड़ी ने भारत के लिए 33 टेस्ट और 15 एकदिवसीय मुकाबले खेल. हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, वो अब हमारे बीच नहीं हैं. 23 जून को भारत से लगभग 7000 किलोमीटर दूर लंदन में इस क्रिकेटर का निधन हो गया. उनके निधन से भारतीय क्रिकेट में शोक की लहर है.
पूर्व भारतीय क्रिकेट दिलीप दोषी अब हमारे बीच नहीं हैं. गुजरात के राजकोट में जन्मे इस स्पिनर का हृदय संबंधी समस्याओं के चलते उनका निधन हो गया. उनका क्रिकेटर करियर काफी देर से शुरू हुआ लेकिन ज्यादा दिन नहीं चला. 1979 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाले इस खिलाड़ी ने 1983 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.
The BCCI mourns the sad demise of former India spinner, Dilip Doshi, who has unfortunately passed away in London.
— BCCI (@BCCI) June 23, 2025
May his soul rest in peace 🙏 pic.twitter.com/odvkxV2s9a
स्पिन गेंदबाजी बुद्धि की लड़ाई है
साल 2008 में ईएसपीएन को दिए एक इंटरव्यू में दिलीप दोषी ने कहा था कि स्पिन गेंदबाजी बुद्धि की लड़ाई है. इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि, ‘यह जानकर अच्छा लगा कि मैं उन कुछ गिने-चुने भारतीयों में से एक हूं, जिन्होंने 30 साल की उम्र के बाद टेस्ट डेब्यू किया है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि मैं उस स्तर पर खेलने में सक्षम था जिसका मैंने हमेशा सपना देखा था और भारत को कुछ गेम जीतने में मदद की, जो वास्तव में संतोषजनक था.’
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खिलाड़ियों को घूटने टेकने पर कर दिए थे मजबूर
उन्होंने अपनी सबसे बेहतरीन गेंदबाजी को लेकर कहा था, ‘मेरी सबसे अच्छी गेंदबाजी 1981 में मेलबर्न टेस्ट में थी, जहां मैंने पांच विकेट लिए थे. मेरे पैर की अंगुली में फ्रैक्चर था, लेकिन मैंने खेलने का फैसला किया. हर शाम मुझे अपने पैर पर इलेक्ट्रोड लगाना पड़ता था. वे दर्दनाक झटके देते थे, लेकिन सूजन को कम रखते थे. अगली सुबह मैं पैर को बर्फ की बाल्टी में रखता ताकि मैं उसे बूट में डाल सकूं. बहुत कम लोग समझ पाए कि मैंने यह सब क्यों किया. मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मुझे विश्वास था कि हम जीतने जा रहे हैं और मुझे इसमें भूमिका निभानी है. हालांकि यह आंकड़ों में नहीं दिखती.
दिलीप दोषी का क्रिकेट करियर
दिलीप दोषी के फर्स्ट क्लास आंकड़े पर नजर डाले तो उन्होंने 238 मैचों में 898 विकेट चटकाए हैं. फर्स्ट क्लास में उनका बेस्ट प्रदर्शन 29 रन देकर 7 विकेट चटकाना है. वहीं इस फॉर्मेट में उन्होंने 43 बार 5 विकेट और 6 बार 10 विकेट निकालने का कारनामा किया था. वहीं 59 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम 75 विकेट दर्ज है. इंटरनेशनल क्रिकेट में 33 टेस्ट मैचों में उन्होंने 114 विकेट चटकाए थे. जबकि 15 वनडे मुकाबलों में 22 विकेट निकाले थे.
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